दिल्ली, गाजीपुर: दिल्ली के गाजीपुर इलाके में सूटकेस में मिली महिला की जली हुई लाश ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी अमित तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि मृतका शिल्पा पांडे और अमित तिवारी चचेरे भाई थे और पिछले एक साल से खोड़ा कॉलोनी में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे।
शादी की जिद ने लिया हिंसक मोड़
शिल्पा शादी के लिए अमित पर दबाव बना रही थी, लेकिन अमित इस रिश्ते को लेकर तैयार नहीं था। 25 जनवरी की रात नशे में दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद अमित ने गुस्से में शिल्पा का गला घोंटकर हत्या कर दी।
शव ठिकाने लगाने के लिए जला दिया सूटकेस
हत्या के बाद अमित ने अपने कैब ड्राइवर दोस्त अनुज कुमार से मदद ली। दोनों ने शव को पश्चिमी उत्तर प्रदेश ले जाकर ठिकाने लगाने की योजना बनाई, लेकिन 26 जनवरी के हाई अलर्ट के चलते ऐसा नहीं हो सका। अंततः गाजीपुर में सुनसान जगह पर सूटकेस में शव रखकर आग लगा दी गई।
सीसीटीवी ने खोला राज
पुलिस को घटना की सूचना 26 जनवरी की सुबह 4:10 बजे मिली। मौके पर पहुंचने पर शव पूरी तरह से जल चुका था। जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें एक संदिग्ध ह्युंडई वर्ना गाड़ी नजर आई। गाड़ी का पता लगाने के बाद पुलिस ने आरोपी अमित तिवारी को गिरफ्तार कर लिया।
परिवार सूरत में करता है काम
शिल्पा के माता-पिता सूरत में रहते हैं और वहीं काम करते हैं। उनकी बेटी की इस दर्दनाक हत्या ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
पुलिस की तत्परता सराहनीय
पुलिस की तेजी और सीसीटीवी जांच के जरिए मामले का खुलासा करने की सराहना की जा रही है।पुलिस ने बताया कि हमें हत्या की जानकारी सुबह 4:10 बजे मिली. जब हम मौके पर पहुंचे के बॉडी पूरी तरह जल चुकी थी,कुछ नहीं बचा था उसमें. सीसीटीवी की जांच में यूपी नंबर ह्युंडई वर्ना गाड़ी संदिग्ध मिली. गाड़ी लोनी के एक शख्स के नाम से रजिस्टर्ड थी. लोनी में जब उस शख्स से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसने गाड़ी अमित तिवारी नाम के शख्स को बेच दी है. इसके बाद अमित तिवारी के बारे में जानकारी मिली और उसे पकड़ा गया. शिल्पा पांडे और अमित दोनों की ही उम्र 22 साल थी. शिल्पा के माता पिता सूरत में रहते हैं और वहीं काम करते हैं.