महाकुंभ की वायरल सुंदरी हर्षा रिछारिया ने विवादों के बीच महाकुंभ छोड़ने का ऐलान, फूट-फूटकर रोईं
महाकुंभ की वायरल सुंदरी हर्षा रिछारिया ने विवादों के बीच महाकुंभ छोड़ने का ऐलान, फूट-फूटकर रोईं
महाकुंभ की वायरल सुंदरी: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अचानक सुर्खियों में आईं हर्षा रिछारिया ने विवादों से आहत होकर महाकुंभ छोड़ने का फैसला कर लिया है। साध्वी बनने की राह पर चल रहीं हर्षा ने कुछ संतों और मीडिया चैनलों पर उनकी छवि खराब करने और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
कैसे सुर्खियों में आईं हर्षा?
हर्षा रिछारिया ने निरंजनी अखाड़े की पेशवाई के दौरान एक रथ पर साधु-संतों के साथ महाकुंभ में प्रवेश किया। उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। रातों-रात वह “महाकुंभ की खूबसूरत साध्वी” के नाम से मशहूर हो गईं। इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोअर्स की संख्या तीन दिनों में 5.5 लाख से बढ़कर 10 लाख तक पहुंच गई।
हालांकि, इसी बीच उनकी कुछ पुरानी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे, जिन्हें लेकर विवाद खड़ा हो गया। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें मॉडल, एंकर और अभिनेत्री बताने लगे। इससे चिंतित हर्षा ने सफाई दी कि वह साध्वी बनने की प्रक्रिया में हैं और उनका मॉडलिंग से कोई संबंध नहीं है।
हर्षा के आरोप और दर्द
हर्षा ने कहा, “मैं धर्म और सनातन संस्कृति को जानने के लिए महाकुंभ आई थी। लेकिन मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया गया कि मैं यहां रुकने की स्थिति में नहीं हूं। जिन लोगों ने मुझे बदनाम किया है, उन्हें इसका पाप लगेगा।”
उन्होंने कुछ संतों और चैनलों पर आरोप लगाते हुए कहा, “कुछ गैर-धर्म के रिपोर्टर्स और कुछ संतों ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की। मुझे नाचने-गाने वाली और मॉडल कहकर संबोधित किया गया। मैंने कभी मॉडलिंग नहीं की, लेकिन झूठे आरोप लगाकर मुझे बदनाम किया गया।”
गुरुदेव पर निशाने से आहत हर्षा
हर्षा ने अपने गुरुदेव कैलाशानंद गिरि पर लगाए जा रहे आरोपों को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “जैसे एक बच्चा अपने माता-पिता के अपमान को सहन नहीं कर सकता, वैसे ही मैं अपने गुरुजी के खिलाफ कोई गलत बात सहन नहीं कर सकती। मेरे गुरुदेव का कद इतना बड़ा है कि उन पर सवाल उठाने वाले लोग वहां तक पहुंच ही नहीं सकते।”
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
हर्षा ने कहा कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने वालों और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “मेरे वकील इन मामलों पर काम कर रहे हैं। अगर किसी ने मेरे या मेरे गुरुदेव के खिलाफ झूठे आरोप लगाए तो मैं मानहानि का केस करूंगी।”
महाकुंभ छोड़ने का ऐलान
आंसुओं से भरी हर्षा ने कहा, “यह ऐसा महाकुंभ है, जो हमारे जीवन में केवल एक बार आता है। लेकिन आप लोगों ने मुझे यहां से जाने पर मजबूर कर दिया। अब मैं यहां नहीं रुक सकती। इस पुण्य अवसर को आप लोगों ने मुझसे छीन लिया है।”
विवाद का असर
महाकुंभ के इस विवाद ने सोशल मीडिया और संत समाज में हलचल मचा दी है। कई संत इस विवाद को सनातन परंपराओं और साधु-संतों की छवि पर सवाल के रूप में देख रहे हैं।