Mahakunbh 2025: महाकुंभ में शॉर्ट सर्किट से फिर लगी आग, 22 टेंट जलकर खाक, फायर ब्रिगेड की तत्परता से टला बड़ा हादसा
महाकुंभ में शॉर्ट सर्किट से फिर लगी आग, 22 टेंट जलकर खाक, फायर ब्रिगेड की तत्परता से टला बड़ा हादसा
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प्रयागराज। महाकुंभ मेले में शुक्रवार को अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। ओल्ड जीटी रोड स्थित महाकुंभ नगर में शॉर्ट सर्किट के कारण स्वामी हरिहरानंद और सुखदेवानंद के शिविरों में आग लग गई, जिसमें 22 टेंट जलकर खाक हो गए। आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और तेजी से आग पर काबू पा लिया गया।
शॉर्ट सर्किट बना आग की वजह
चीफ फायर ऑफिसर प्रमोद शर्मा ने बताया कि आग इस्कॉन क्षेत्र में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। दमकलकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई कर आग को फैलने से रोका।
प्रशासन की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
घटना की सूचना मिलते ही उत्तरी झूसी के जोनल पुलिस ऑफिसर, एडिशनल एसपी सर्वेश कुमार मिश्रा, स्थानीय पुलिस और मेला मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
आग से निपटने के लिए किए गए बड़े इंतजाम
महाकुंभ में आग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र में 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट स्थापित किए गए हैं। 4,300 फायर हाइड्रेंट और 351 से अधिक अग्निशमन वाहनों के साथ 2,000 से अधिक प्रशिक्षित दमकलकर्मी तैनात हैं। योगी सरकार ने अग्नि दुर्घटनाओं से निपटने के लिए 131.48 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।
प्रशासन की अपील:
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
मॉक ड्रिल ने निभाई अहम भूमिका
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ हुई मॉक ड्रिल की वजह से दमकल कर्मियों की कुशलता ने इस हादसे को बड़ा रूप लेने से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।