
संभल पुलिस ने एक चौंकाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो तंत्र-मंत्र के नाम पर लोगों को ठगने और शोषण करने में लिप्त था। पुलिस ने इस गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो बीते 8 वर्षों से ठगी और शोषण का कार्य कर रहे थे।
गिरोह का तरीका और कोड वर्ड सिस्टम
गिरोह धनवर्षा का झांसा देकर लोगों को फंसाता था और तंत्र-मंत्र की क्रियाओं के नाम पर उन्हें ठगी का शिकार बनाता था। यह गैंग तीन कोड वर्ड – कारीगर, मीडिया और आर्टिकल का इस्तेमाल करता था।
- मीडिया – गिरोह के वे सदस्य, जो लोगों को फंसाते थे।
- कारीगर – वे लोग, जो तंत्र-मंत्र की क्रिया करते थे।
- आर्टिकल – लड़कियों, लड़कों और महिलाओं को इस कोड नेम से पुकारा जाता था।
कैसे करते थे लोगों को गुमराह?
गिरोह के सदस्य नोटों से भरे कमरे के वीडियो दिखाकर लोगों को लुभाते थे। वे दावा करते थे कि अगर वे गुरु के बताए गए तंत्र-मंत्र को मानेंगे तो उन्हें 5 करोड़ से 35 करोड़ रुपये तक की धनवर्षा होगी। लोग इस झांसे में आकर अपनी बहन-बेटियों को गुरु के पास भेज देते थे, जहां उनका शोषण किया जाता था।
शिकायत के बाद पुलिस की कार्रवाई
21 मार्च को संभल जिले के धनारी कोतवाली में राजपाल नाम के व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे तंत्र क्रिया के बहाने कहीं और ले जाया गया था। किसी तरह वह वहां से भाग निकला और पुलिस को सूचना दी। मामले की जांच के बाद यह खुलासा हुआ कि यह एक संगठित गिरोह है।
बरामदगी और गिरोह के सदस्य
पुलिस ने गिरोह के पास से लड़के-लड़कियों के नग्न वीडियो, तंत्र विद्या की सामग्री, दुर्लभ प्रजाति के सांप, कछुए और उल्लू बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सरकारी नौकरी करने वाले लोग भी शामिल हैं, जिनमें एक रेलवे स्टेशन मास्टर भी है। गिरोह के मुख्य सदस्य रिंकू, अजब सिंह, दुर्जन, संतोष, रघुवीर, आकाश, कप्तान सिंह, संजय चौहान, डी.एन. त्रिपाठी, जयप्रकाश, सोनू और लाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एसपी ने टीम को किया पुरस्कृत
संभल पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने इस गिरोह का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि यह गिरोह एटा, आगरा, फिरोजाबाद समेत कई जिलों में सक्रिय था और अब तक दर्जनों लड़कियों व महिलाओं का शारीरिक व आर्थिक शोषण कर चुका है।