वन भूमि पर रसूखदारों के फार्म हाउस वन मंडल के अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में
वन विभाग की भूमि पर हो रहा अवेध निर्माण वन विभाग के जिम्मेदार बेखबर

रिपोर्टर सम्राट अंकित कुशवाहा मंडीदीप
मंडीदीप- सामान्य वन मंडल औबेदुल्लागंज के अंतर्गत आने वाली चिकलौंद रेंज एक बार फिर चर्चाओं में बनी हुई है। एक और जहां दो डिप्टी रेंजर सस्पेंड हुए हैं। पर इसके बाद भी रासुकदारों की बनी हवेलियां वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। एक और जहां इक्का-दुक्का मकान पर वन विभाग कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा रहा है।वही वन विभाग की देश कीमती भूमियों पर आरामगाह के लिए हवेलिया बना रखी है।वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को बड़ी-बड़ी हवेलियां नहीं दिखती रसूखदारों के आगे वन विभाग मस्तक दिखाई नजर आता है। इक्का-दुक्का छोटे कब्जाधारियों पर कार्रवाई कर इति श्री कर ली जाती है। वहीं चिकलोद रेंज का विवादों से पुराना नाता रहा है। एक बार फिर चिकलोद रेंज सुर्खियां बटोर रही है। 3 साल से ज्यादा का समय चिकलोद रेंज के रेंजर संजय राजपूत को हो चुका है। पर न जाने किसके संरक्षण में नियमों को तक पर रखकर संजय राजपूत आज भी नियम विरोध चिकलोद रेंज के रेंजर बने हुए है।इसके बाद भी संजय राजपूत अब भी चिकलोद रेंज के रेंजर बने हुए है।
वन विभाग की भूमि पर हो रहा अवेध निर्माण वन विभाग के जिम्मेदार बेखबर
चिकलोद रेंज की बीट तिलेंडी के अंतर्गत आने वाली थाना पंचायत में वन भूमि पर अवेध रूप से निर्माण किया जा रहा है।जब हमारे द्वारा ग्राम पंचायत थाना के पटवारी आचार्य जी से बात हुई की उनके द्वारा जानकारी दी गई की यह वन भूमि है। यह राजस्व विभाग की भूमि नही है।कार्यवाही वन विभाग द्वारा की जायेगी
इनका कहना है।
आपके द्वारा जानकारी दी गई है।की संजय राजपूत को 3 साल का समय हो गया है।इसके बाद भी बह चिकलोद रेजर के पद पर रहकर कार्य कर रहे है।वही वन विभाग की भूमि पर बने फार्म हाउस की जांच करवाकर उचित कार्यवाही की जायेगी
राजेश खरे सीसीएफ
वन मंडल भोपाल