शासकीय महाविद्यालय में कान्हा से योगेश्वर कृष्ण तक की यात्रा पर परिचर्चा संपन्न
गाडरवारा, गत दिवस स्थानीय महाराणा प्रताप शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राज्य शासन के निर्देशानुसार जन्माष्टमी पर्व श्रृद्धा और उल्लास से मनाया गया, प्राचार्य डा. ए. के. जैन ने जानकारी देते हुए बतलाया कि जन्माष्टमी महापर्व पर महाविद्यालय में भगवान श्री कृष्ण की पूजन के उपरांत, उनके जीवन दर्शन से मिलने वाली सीख एवं नटखट कान्हा से योगेश्वर श्री कृष्ण बनने तक के समस्त जीवन चरित्र एवं दर्शन पर परिचर्चा का आयोजन किया गया,
जिसमें वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. पी. एस. कौरव ने भगवान् श्री कृष्ण के जीवन दर्शन से जुड़े विभिन्न स्थलों एवं किस उम्र में क्या कार्य किया पर शोध पूर्ण जानकारी प्रदान की, कॉमर्स संकाय प्रभारी प्रो. आर. के. चौकसे ने कहा कि श्री कृष्ण के जीवन दर्शन को हम सब अपने जीवन प्रबंधन हेतु आत्मसात कर वसुधैव कुटुम्बकम् के भाव के साथ सर्वेभ्वन्तु सुखिन: की कामना कर सकते हैं, प्राचार्य डा. ए. के. जैन ने कहा कि कन्हैया से योगेश्वर श्री कृष्ण बनने की यात्रा उस महापुरुष के निर्माण की कथा है जो धर्म की स्थापना हेतु शांति, युद्ध और कूट नीति सबको आत्मसात करता है और संदेश देता है कि कर्म सर्वोपरि है, प्रो. एन. पी. वर्मा एवं मीडिया प्रभारी डा. सुनील शर्मा ने भी अपने विचार रखे, कार्यक्रम संचालन करते हुए डा. दर्शन सिंह किरार ने उद्धव और गोपियों के प्रसंग को बड़े ही मार्मिक ढंग से रखा, इस अवसर पर प्रो. सुनील पालीवाल, डी. एस. जाट, डा. अर्चना शर्मा, डा. शारदा भिंडे, डा. प्रदीप सिंह, सहित अनेक प्राध्यापक एवम छात्र उपस्थित रहे, सभी के प्रति आभार प्रदर्शन राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्रा प्रभारी ने व्यक्त किया