मध्यप्रदेश में चमत्कार: मृत घोषित व्यक्ति स्पीड ब्रेकर पर जिंदा हुआ, अंतिम यात्रा की तैयारी बदल गई उत्सव में
मध्यप्रदेश में चमत्कार: मृत घोषित व्यक्ति स्पीड ब्रेकर पर जिंदा हुआ, अंतिम यात्रा की तैयारी बदल गई उत्सव में

MP NEWS: मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक चौंकाने वाला और चमत्कारी मामला सामने आया है। 55 वर्षीय राधेश्याम पाटीदार, जिन्हें ब्रेन हेमरेज के बाद इलाज के दौरान डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था, अचानक तब जिंदा हो उठे जब उन्हें अंतिम संस्कार के लिए घर लाया जा रहा था।
स्पीड ब्रेकर बना जीवन रक्षक
राधेश्याम पाटीदार को ब्रेन हेमरेज के कारण इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 24 जनवरी को डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन आवश्यक औपचारिकताओं के बाद शव को एंबुलेंस से उज्जैन ले जा रहे थे। लेकिन रास्ते में एक स्पीड ब्रेकर से एंबुलेंस उछली, जिससे एंबुलेंस में मौजूद लोगों ने देखा कि मृतक की उंगलियां हिलने लगीं।
जिंदगी की वापसी
परिजनों ने बताया कि सीने पर हाथ रखने पर हार्टबीट और सांसें चलती हुई महसूस हुईं। यह देख सभी हैरान रह गए। बिना देर किए, एंबुलेंस को उज्जैन के फ्रीगंज स्थित पाटीदार अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद पाटीदार को आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।
डॉक्टर और परिजनों की प्रतिक्रिया
डॉक्टरों ने घटना की पुष्टि करते हुए इसे दुर्लभ और चमत्कारी बताया। पाटीदार के परिजनों ने कहा कि यह भगवान का चमत्कार है। रिश्तेदारों और मित्रों ने भी इसे असाधारण घटना माना।
अंतिम यात्रा से जीवन के उत्सव तक
पाटीदार के निधन की खबर के बाद उनके सेठीनगर स्थित घर पर अंतिम यात्रा की तैयारी पूरी हो चुकी थी। समाज के सभी लोग और रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए इकट्ठा हो चुके थे। लेकिन जब जीवन के संकेत मिले, तो इस दुखद माहौल ने उत्सव का रूप ले लिया।
चमत्कार या चिकित्सा का दुर्लभ मामला?
इस घटना ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। विशेषज्ञ इसे एक दुर्लभ चिकित्सा स्थिति मान रहे हैं, जबकि परिजन और स्थानीय लोग इसे भगवान का चमत्कार मानते हैं। फिलहाल, पाटीदार का इलाज जारी है और उनकी स्थिति को स्थिर बताया जा रहा है।