गीता जयंती पर चीचली में वेद और गीता का महात्म्य समझाया गया
गीता जयंती पर चीचली में वेद और गीता का महात्म्य समझाया गया
गाडरवारा। मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के समन्वयक जयनारायण शर्मा और विकास खंड समन्वयक सुश्री स्मिता दांडे के निर्देशानुसार CMCLDP क्लास में आज गीता जयंती का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उत्कृष्ट विद्यालय चीचली में आयोजित हुआ, जिसमें प्राचार्य भूपेंद्र ठाकुर और भारत ताम्रकार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत चारों वेदों और गीता की विधिवत पूजा-अर्चना से हुई। संचालन परामर्शदाता हेमंत पटेल द्वारा किया गया, जिन्होंने पूरी रूपरेखा बिंदुवार प्रस्तुत की। इस अवसर पर भारत ताम्रकार ने गीता को पंचम वेद के रूप में महत्व समझाया। वहीं, मुख्य अतिथि प्राचार्य भूपेंद्र ठाकुर ने वेदों के गहन भावों को आत्मसात करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि अथर्ववेद, सामवेद, यजुर्वेद और ऋग्वेद का सार गीता में निहित है।
कार्यक्रम में नवांकुर संस्थाओं के संतोष चौरसिया, रामेश्वर वर्मा, रामकृष्ण राजपूत, सुभाष उदानियां, श्रीमती नीरू राजपूत समेत अन्य परामर्शदाता उपस्थित रहे। यह आयोजन विद्यार्थियों और उपस्थित जनों के लिए वेदों और गीता के महत्व को समझने का एक प्रेरणादायक अवसर बना।