देवरी नपा में हंगामा: 12 भाजपा पार्षदों ने दिया सामूहिक इस्तीफा, अध्यक्ष पर कांग्रेस के लिए काम करने का आरोप
देवरी नपा के 12 भाजपा पार्षदों ने दिया सामूहिक इस्तीफा, अध्यक्ष पर कांग्रेस के लिए काम करने का आरोप
देवरी सागर। देवरी नगर पालिका में भाजपा की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। मध्य प्रदेश के सागर जिले की देवरी नगर पालिका में भाजपा के भीतर बढ़ती कलह और असंतोष ने एक बड़े राजनीतिक संकट का रूप ले लिया है। भाजपा के 12 पार्षदों ने सामूहिक इस्तीफा देकर नपा अध्यक्ष नेहा अलकेश जैन पर कांग्रेस के लिए काम करने और विकास कार्यों में पक्षपात का आरोप लगाया है। यह मामला अब राज्य नेतृत्व के पास पहुंच चुका है, और भाजपा संगठन पर दबाव बढ़ गया है।
पार्षदों की शिकायत और भोपाल यात्रा
भाजपा पार्षद देवरी विधायक बृजबिहारी पटैरिया के साथ भोपाल पहुंचे और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की।
इन नेताओं के सामने पार्षदों ने अपनी शिकायत रखी और नपा अध्यक्ष को तुरंत पद से हटाने की मांग की। पार्षदों ने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे।
आरोप और इस्तीफा
पार्षदों का आरोप है कि नपा अध्यक्ष ने कांग्रेस के वार्डों को तरजीह देते हुए उनके वार्डों में विकास कार्य रोक दिए हैं। उन्होंने बताया कि जहां कांग्रेस पार्षद के वार्ड में 1.5 करोड़ के काम हुए, वहीं भाजपा पार्षदों के वार्ड में केवल 10-15 लाख के काम हुए हैं।
इस्तीफा देने वालों में देवरी नपा के सरिता संदीप जैन, भारतेंदु मोंटू राजपूत, संजय चौरसिया, काशीराम पटेल, नईमुद्दीन खान, दिलीप कोष्ठी, शशि उमेश पलिया, गोमती काशीराम, वंदना सुनील रिछारिया, सुनीता दामोदर लोधी, माया सुनील प्रजापति, नीलम परशुराम साहू के नाम शामिल हैं, हालांकि, अब तक इन इस्तीफों को स्वीकार नहीं किया गया है।
पार्षदों की मांग
पार्षदों ने नपा अध्यक्ष को पद से हटाने और निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आमरण अनशन पर बैठेंगे।
विधायक और अध्यक्ष का पक्ष
देवरी विधायक बृजबिहारी पटैरिया ने कहा कि नपा अध्यक्ष की कार्यशैली से भाजपा पार्षद परेशान हैं और इसकी शिकायत शीर्ष नेतृत्व से की गई है। वहीं, सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनका देवरी नपा में कोई हस्तक्षेप नहीं है।
नपा अध्यक्ष नेहा जैन ने सभी आरोपों को गलत बताया और कहा कि निष्पक्ष जांच से सच सामने आ जाएगा।
राजनीतिक माहौल गर्म
देवरी नपा में 15 पार्षद हैं, जिनमें से 12 भाजपा के हैं। इस्तीफे के बाद अब नपा अध्यक्ष के पास केवल 2 कांग्रेस पार्षदों का समर्थन बचा है। इस घटनाक्रम से भाजपा में गुटबाजी की तस्वीर सामने आ रही है। पार्टी नेतृत्व से सभी की नजरें अब कार्रवाई पर टिकी हैं।