भविष्य निशक्त विशेष विद्यालय के बच्चों ने मिट्टी एवं गोबर से बनाए आकर्षक गणेश प्रतिमाऐं
भविष्य निशक्त विशेष विद्यालय के बच्चों ने मिट्टी एवं गोबर से बनाए आकर्षक गणेश प्रतिमाऐं

भविष्य निशक्त विशेष विद्यालय के बच्चों ने मिट्टी एवं गोबर से बनाए आकर्षक गणेश प्रतिमाऐं
नर्मदापुरम। भविष्य निशक्त विशेष विद्यालय नर्मदापुरम के मानसिक दिव्यांग बच्चे मिट्टी एवं गोबर से भगवान गणेश जी की आकर्षक प्रतिमाऐं बना रहे हैं। यह बच्चे गत जून माह से मिट्टी की प्रतिमाऐं बना रहे हैं। साथ ही फ्लोरोसेंट के साथ हल्दी कुमकुम का उपयोग कर गणेशजी की प्रतिमा में रंग भर रहे हैं अब तक बच्चों ने मिट्टी से लगभग 3 हजार गणेशजी की मूर्तियां बनाई है। जिनमें से अधिकांश मूर्तियां बिक चुकी है। इन प्रतिमाओं को व्यक्ति स्वेच्छा से अपनी ओर से मनचाही राशि देकर विवेकानंद घाट पर 07 सितंबर तक प्रात: 09 बजे से रात्रि 08 बजे तक खरीद सकते हैं।
भविष्य निशक्त विशेष विद्यालय नर्मदापुरम में लगभग 38 दिव्यांग बच्चे अध्ययनरत है। इन सभी स्पेशली एबल्ड बच्चों को वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है। 10 बच्चे मिट्टी एवं गोबर से गणेशजी की प्रतिमा बनाने में पारंगत हैं। कलेक्टर सोनिया मीना एवं उप संचालक सामाजिक न्याय एवं डिप्टी कलेक्टर डॉ बबिता राठौर ने बताया कि आम जन बच्चों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से निरंतर उनकी बनाई मिट्टी की गणेश प्रतिमाऐं स्वेच्छा से राशि देकर खरीद रहे हैं। कलेक्टर सोनिया मीना एवं उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं डिप्टी कलेक्टर डॉ बबिता राठौर ने सभी जिले वासियों से कहा कि वे अपने घरों में पीओपी से बनी गणेश प्रतिमाओं के स्थान पर मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाओ की स्थापना करें। मिट्टी से बने गणेशजी की प्रतिमाओं का इको फ्रेंडली होने के कारण पानी में आसानी से विसर्जन किया जा सकता है और इससे पर्यावरण को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है।