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मध्य प्रदेश: बीजेपी नेत्री के साथ सरपंच पति पर दुष्कर्म का आरोप, पीड़िता ने मुख्यमंत्री निवास पर धरने की दी चेतावनी

मध्य प्रदेश: बीजेपी नेत्री के साथ सरपंच पति पर दुष्कर्म का आरोप, पीड़िता ने मुख्यमंत्री निवास पर धरने की दी चेतावनी

MP NEWS: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के सिमरोल थाना क्षेत्र में बीजेपी महिला मंडल की उपाध्यक्ष ने सरपंच पति लेखराज डाबी पर दुष्कर्म, धोखा और मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ ढाई साल तक शारीरिक शोषण किया और बाद में उसे छोड़ दिया। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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क्या है मामला?

पीड़िता ने आरोप लगाया कि सरपंच पति लेखराज डाबी ने उसे शादी का झांसा देकर लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के लिए मजबूर किया। इसके लिए बाकायदा एक एग्रीमेंट भी तैयार किया गया। इस दौरान आरोपी ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और जब वह गर्भवती हो गई, तो उसका गुपचुप गर्भपात करा दिया।

एग्रीमेंट में शादी का दावा

महिला ने एक नया दस्तावेज़ सामने रखा है, जिसमें लिखा है कि लेखराज ने परिवार की मौजूदगी में रीति-रिवाज से उससे शादी की थी। शपथ पत्र के अनुसार, शादी के बाद पैदा होने वाले बच्चों को लेखराज की संपत्ति में अधिकार देने की बात कही गई थी।

आरोपी के परिवार की धमकियां

पीड़िता का आरोप है कि लेखराज के परिवार वाले उसे जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। उसने कहा कि परिवार वाले उसे डंपर से कुचलकर हत्या करने की धमकी दे रहे हैं। पीड़िता ने इस मामले में थाने में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

महिला ने कहा कि पुलिस मामले में लापरवाही बरत रही है। आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है और न ही उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई की गई है। इसी को लेकर महिला ने मुख्यमंत्री निवास पर धरने की चेतावनी दी है।

पुलिस का बयान

सिमरोल पुलिस ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ रेप और धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।

पीड़िता की मांग

पीड़िता ने कहा, “मैं न्याय चाहती हूं। जब तक लेखराज डाबी को गिरफ्तार नहीं किया जाता और मुझे सुरक्षा नहीं दी जाती, मैं मुख्यमंत्री के निवास पर धरने पर बैठूंगी। मैं अपनी आवाज़ उठाना बंद नहीं करूंगी।”

राजनीतिक हलचल

इस मामले ने राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी है। एक बीजेपी नेत्री के साथ हुए इस कृत्य ने पार्टी की छवि पर सवाल खड़े किए हैं। यह मामला महिला सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रिया की धीमी गति पर भी सवाल उठाता है।

यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कब तक कार्रवाई करता है और पीड़िता को कब तक न्याय मिलता है।

 

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