नर्मदा शुगर मिल का पिराई सत्र 2024-25 हुआ शुरू, किसानों को 350 रु/क्विंटल का दाम
किसानों के लिए राहतभरी खबर

सालीचौका, गाडरवारा: नर्मदा शुगर मिल ने अपने पिराई सत्र 2024-25 का शुभारंभ पारंपरिक और भव्य आयोजन के साथ किया। मिल के संचालक विनीत महेश्वरी ने गन्ना किसानों और बैल गाड़ी चालकों का तिलक कर, बैलों का पूजन करते हुए सत्र का आरंभ किया। इस शुभ अवसर पर श्री महेश्वरी ने किसानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और उन्हें 350 रु प्रति क्विंटल गन्ना खरीदने की गारंटी दी।
किसानों के लिए राहतभरी खबर
पिछले कुछ समय से किसानों को गन्ने के उचित मूल्य को लेकर चिंता थी। लेकिन नर्मदा शुगर मिल ने 2024-25 सत्र के लिए यह स्पष्ट कर दिया कि नियमित किसानों को गन्ना खरीद के लिए 350 रु प्रति क्विंटल का मूल्य दिया जाएगा। श्री महेश्वरी ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि किसानों की मेहनत का पूरा सम्मान हो और उन्हें उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके।”
ढुलाई और सुरक्षा के निर्देश
मिल के संचालक ने किसानों और ढुलाई में लगे वाहन चालकों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गन्ना ले जाने वाले सभी वाहन कतारबद्ध और नियमों का पालन करते हुए संचालित किए जाएं। श्री महेश्वरी ने वाहन चालकों से तेज गति से वाहन न चलाने और ट्रालियों पर रेडियम स्टीकर लगवाने की अपील की। उन्होंने कहा, “सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
बिजली उत्पादन बोनस भी मिलेगा
इस सत्र में नर्मदा शुगर मिल ने बिजली उत्पादन बोनस देने की भी घोषणा की है। यह बोनस किसानों को बिना किसी शर्त के दिया जाएगा, जिससे उन्हें अतिरिक्त लाभ होगा।
किसानों में खुशी का माहौल
गन्ना पिराई सत्र के आरंभ के साथ ही क्षेत्र के किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। हालांकि इस बार सत्र शुरू होने में थोड़ी देरी हुई, लेकिन किसानों ने इसे सकारात्मक पहल के रूप में देखा। उन्होंने मिल प्रशासन का धन्यवाद देते हुए कहा कि 350 रु प्रति क्विंटल की दर और बोनस उनके लिए बड़ी राहत है।
शुभारंभ पर बधाइयों का तांता
पिराई सत्र के शुभारंभ पर मिल के शुभचिंतकों और क्षेत्र के नागरिकों ने श्री विनीत महेश्वरी को बधाइयां दीं। किसानों ने मिल प्रशासन की पारदर्शी नीति और सहयोगात्मक रवैये की सराहना की।
भविष्य के लिए आश्वासन
श्री महेश्वरी ने कार्यक्रम के अंत में सभी किसानों, ढुलाई कर्मचारियों और मिल के अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “हम सभी के सहयोग से इस सत्र को सफल और लाभकारी बनाएंगे। किसानों की भलाई और उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है।”
इस आयोजन ने क्षेत्र के किसानों में उम्मीद और विश्वास का माहौल बनाया है। नर्मदा शुगर मिल ने यह साबित किया है कि किसान हितों को प्राथमिकता देना ही एक सशक्त कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की नींव है।