महाकौशल कॉलेज में मनाई गई व्यंग्य सम्राट हरिशंकर परसाई की जयंती
महाकौशल कॉलेज में मनाई गई व्यंग्य सम्राट हरिशंकर परसाई की जयंती
रिपोर्टर मनीष शर्मा जबलपुर
महाकौशल कॉलेज में मनाई गई व्यंग्य सम्राट हरिशंकर परसाई की जयंती
इस अवसर पर स्वामी विवेकानन्द कॅरियर मार्गदर्शन योजना के संभागीय नोडल अधिकारी प्रो अरुण शुक्ल ने बताया कि हिंदी व्यंग्य साहित्य के अध्ययन से विद्यार्थियों की भाषा शैली एवं व्यक्तित्व कला में निखार आता है। परसाई जी ने व्यंग्य विद्या को साहित्यिक प्रतिष्ठा प्रदान की है। “वैष्णव की फिसलन” प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की श्रेष्ठ रचनाओं का संकलन है। परसाई जी के वाक्य छोटे-छोटे एवं व्यंग्य प्रधान हैं। संस्कृत शब्दों के साथ-साथ उर्दू एवं अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी वे पर्याप्त मात्रा में अपनी व्यंग्य रचनाओं में करते थे।
कार्यक्रम में परसाई जी की प्रमुख रचनाएँ “हंसते हैं, रोते है”, “भोलाराम की जीव”, ” तट की खोज”, “रानी नागफनी की कहानी” आदि के बारे में विद्यार्थियों को बताया गया। इस अवसर पर डॉ. महेन्द्र कुशवाहा, डॉ. तरूणेन्द्र साकेत, डॉ. ज्योति जुनगरे एवं डॉ. शिवचंद्र वल्के सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे