कूनो नेशनल पार्क में चीता शावकों की मौत, प्रबंधन पर उठे सवाल
कूनो नेशनल पार्क से आई बुरी खबर दो दिन पहले जन्मे चीता शावकों की मौत, चीता निर्वा ने दिया था दोनों शावकों को जन्म
श्योपुर, मध्य प्रदेश: कूनो नेशनल पार्क से एक बेहद दुखद खबर आई है। दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता ‘निर्वा’ के चार नवजात शावकों में से दो की मौत हो गई है। उनके शव बुधवार सुबह क्षत-विक्षत हालत में मिले। घटना ने पार्क प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है मामला?
मादा चीता ‘निर्वा’ ने 25 नवंबर को चार शावकों को जन्म दिया था। इस खबर को खुद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर साझा कर खुशी जाहिर की थी। लेकिन दो दिन बाद ही, 27 नवंबर को पार्क प्रशासन ने दो शावकों की मौत की पुष्टि की। वन्यजीव अधिकारियों के अनुसार, बुधवार सुबह 11 बजे रेडियो टेलीमेट्री के माध्यम से मादा चीता के प्रसव स्थल से दूर जाने की जानकारी मिली। जब टीम वहां पहुंची, तो दो शावकों के क्षत-विक्षत शव बरामद हुए।
मौत का कारण अज्ञात:
शवों की स्थिति बेहद खराब थी, जिससे उनकी मृत्यु का कारण तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया। प्रशासन का कहना है कि शव परीक्षण के बाद ही मौत के पीछे की वजह का खुलासा हो सकेगा। हालांकि, पार्क प्रबंधन ने यह भी बताया कि निर्वा और उसके दो अन्य शावक फिलहाल स्वस्थ हैं।
कूनो नेशनल पार्क की स्थिति:
कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में 24 चीते हैं, जिनमें 12 वयस्क और 12 शावक शामिल हैं। निर्वा के शावकों की मौत ने प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था और देखभाल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन्यजीव प्रेमियों और विशेषज्ञों ने मामले की गहन जांच की मांग की है।
आगे की कार्रवाई:
पार्क प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही शावकों की मौत का कारण सामने आएगा। इसके अलावा, पार्क में सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया जा रहा है।