Jabalpur News: 7 करोड़ के घोटाले का मास्टरमाइंड बाबू संदीप शर्मा परिवार समेत गिरफ्तार, फर्जी हाईकोर्ट आदेश बनाकर निकाले थे लाखों

जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में 7 करोड़ रुपए के बड़े वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी बाबू संदीप शर्मा को बुधवार शाम उसके पूरे परिवार सहित गिरफ्तार कर लिया। ऑडिट विभाग में पदस्थ संदीप शर्मा बीते दो महीने से फरार चल रहा था। ओमती पुलिस ने उसे उसकी पत्नी, मां, बहन और सास के साथ हिरासत में लिया।
गिरफ्तारी में शामिल हैं:
- संदीप शर्मा (मुख्य आरोपी)
- स्वाति शर्मा (पत्नी)
- पूनम शर्मा (मां)
- मेनूका शर्मा (सास)
- श्वेता शर्मा (बहन)
संदीप पर जबलपुर पुलिस ने 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। फरवरी 2025 में विभागीय ऑडिट के दौरान घोटाले की भनक लगी थी, जिसके बाद मामला दर्ज हुआ।
फर्जी आदेशों के जरिए हाईकोर्ट का हवाला देकर की गई करोड़ों की निकासी
जांच में सामने आया कि संदीप शर्मा ने ऐसे फर्जी हाईकोर्ट आदेश बनाए जिनमें दर्शाया गया कि कुछ लोग सरकारी सेवकों के रूप में कार्यरत थे, जबकि वास्तव में वे कभी किसी भी पद पर नियुक्त नहीं हुए थे। इन फर्जी नामों पर लाखों रुपए की निकासी कराई गई।
उपसंचालक समेत कई अधिकारियों के खातों में भेजे गए पैसे
पुलिस जांच के अनुसार, संदीप ने घोटाले से प्राप्त रकम उपसंचालक मनोज बरहैया, सीमा अमित तिवारी, प्रिया विश्नोई, और अनूप कुमार के खातों में भी ट्रांसफर की। इसके अलावा संदीप ने अपने परिवार के खातों में भी लाखों रुपये जमा कराए।
बाकी आरोपी फरार, पुलिस ने इनाम घोषित किया
13 मार्च को संदीप सहित पांच अधिकारियों पर FIR दर्ज की गई थी। फिलहाल चार आरोपी – मनोज बरहैया, सीमा तिवारी, प्रिया विश्नोई और अनूप कुमार – अभी भी फरार हैं। पुलिस ने सभी पर 20-20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
जांच जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घोटाले ने विभागीय निगरानी और वित्तीय पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।