गुजरात पटाखा फैक्ट्री विस्फोट: हरदा के एक ही परिवार के 11 लोगों की दर्दनाक मौत, बेटे की तेरहवीं के लिए गए थे कमाने

बनासकांठा, गुजरात: गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा स्थित दीपक ट्रेडर्स नामक अवैध पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह 9:45 बजे भीषण विस्फोट हुआ। इस दर्दनाक हादसे में मध्य प्रदेश के 18 मजदूरों की मौत हो गई, जिनमें से 11 लोग हरदा जिले के एक ही परिवार के थे। धमाके की भयावहता इतनी अधिक थी कि शवों के टुकड़े 200 मीटर दूर तक बिखर गए। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के बेटे दीपक मोहनाणी को हिरासत में ले लिया है, और एसआईटी गठित कर जांच शुरू कर दी गई है।
होली पर बेटे की मौत, अब पूरे परिवार का अंत
इस घटना में सबसे दर्दनाक कहानी गीताबाई की है, जिनका बेटा सत्यनारायण होली के दिन गुजर गया था। आर्थिक तंगी के कारण परिवार के 11 सदस्य, जिनमें तीन पोते भी शामिल थे, मजदूरी करने गुजरात गए थे। इस विस्फोट ने पूरे परिवार को समाप्त कर दिया। गीताबाई ने रोते हुए कहा, “बेटा-बेटी, पोते-पोतियां, भांजे-भांजियां, सब चले गए। हमारा पूरा परिवार खत्म हो गया।”
विस्फोट से फैला मलबा और शवों के अंग
हादसे के दौरान फैक्ट्री में करीब 20-25 मजदूर काम कर रहे थे। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कई मजदूरों के शरीर के टुकड़े 50 मीटर दूर तक बिखर गए। फायर ब्रिगेड को आग बुझाने में 5-6 घंटे लग गए। फैक्ट्री के पीछे खेतों में भी मानव अंग पाए गए। इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में मातम छा गया।
मुआवजे की घोषणा
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी 2 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
MP सरकार ने भेजी जांच टीम, घायलों का इलाज जारी
मध्य प्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान को जांच के लिए घटनास्थल पर भेजा है। हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान और घायलों की सहायता के लिए अधिकारियों की एक टीम गुजरात रवाना हो चुकी है। डीसा के सिविल अस्पताल में तीन गंभीर रूप से झुलसे मजदूरों का इलाज जारी है, जिनमें से एक 60% तक जल चुका है।
मृतकों की सूची:
देवास जिले के 9 मजदूरों की मौत:
- लखन (24) पिता गंगाराम भोपा
- सुनीता (20) पति लखन भोपा
- केशरबाई (50) पत्नी गंगाराम भोपा
- राधा (11) पिता गंगाराम भोपा
- रुकमा (8) पिता गंगाराम भोपा
- अभिषेक (5) पिता गंगाराम भोपा
- राकेश (30) पिता बाबूलाल भोपा
- लाली (25) पत्नी राकेश भोपा
- किरण (5) पिता राकेश भोपा
हरदा जिले के 8 मजदूरों की मौत:
- गुड्डी बाई पति भगवान सिंह नायक (30)
- विजय पिता भगवान सिंह नायक (17)
- अजय पिता भगवान सिंह नायक (16)
- कृष्णा पिता भगवान सिंह नायक (12)
- विष्णु पिता सत्यनारायण सिंह नायक (18)
- सुरेश पिता अमर सिंह नायक (25)
- बबीता पति संतोष नायक (30)
- धनराज बैन (18)
घायलों की सूची:
- राजेश पुत्र सत्यनारायण नायक (22)
- बिट्टू पुत्र सत्यनारायण नायक (14)
- विजय पुत्र रामदीन काजवे (23)
लापता मजदूर:
- संजय नायक (12)
- लक्ष्मी (50)
क्या सरकार उठाएगी ठोस कदम?
इस हादसे ने एक बार फिर अवैध पटाखा फैक्ट्रियों की लापरवाही और प्रशासनिक चूक को उजागर किया है। हर साल ऐसे विस्फोट होते हैं, लेकिन सख्त कार्रवाई की कमी से ये सिलसिला रुकता नहीं दिख रहा। प्रशासन की ओर से मुआवजा घोषित कर दिया गया है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इस तरह के अवैध कारखानों पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे?