बैतूल में ‘मांझी सरकार’ का खतरनाक फरमान: लव मैरिज करने पर काटे जाएं हाथ-पैर
बैतूल में ‘मांझी सरकार’ का खतरनाक फरमान: लव मैरिज करने पर काटे जाएं हाथ-पैर
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रिपोर्टर शैलेंद्र गुप्ता शाहपुर
शाहपुर बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में आदिवासी संगठन ‘मांझी सरकार’ ने प्रेम विवाह के खिलाफ कट्टरपंथी फरमान जारी किया है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से मांग की है कि अगर कोई गैर-आदिवासी लड़का किसी आदिवासी लड़की से शादी करता है, तो उसके हाथ-पैर काट दिए जाएं।
एडिशनल एसपी को सौंपा ज्ञापन, सख्त कार्रवाई की मांग
मांझी सरकार के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बैतूल में रैली निकालकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और एडिशनल एसपी को ज्ञापन सौंपा। संगठन का आरोप है कि गैर-आदिवासी लड़के, आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसलाकर शादी कर लेते हैं और फिर उनके नाम पर आरक्षण का लाभ और जमीन खरीदने जैसी सुविधाएं हथिया लेते हैं।
लड़की को वापस लाने गई ‘मांझी सेना’, हुआ विवाद और मारपीट
दरअसल, हाल ही में एक आदिवासी लड़की गैर-आदिवासी युवक के साथ चली गई थी। लड़की को वापस लाने के लिए मांझी सरकार के सैनिक और लड़की के माता-पिता विष्णुपुर गांव पहुंचे, जहां दोनों पक्षों में विवाद और मारपीट हो गई।
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इस झगड़े के बाद गैर-आदिवासी युवक के परिजनों ने चोपना थाने में मांझी सैनिकों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। इसके विरोध में मांझी सरकार के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
‘मांझी सरकार’ क्यों उठा रही है यह मुद्दा?
मांझी सरकार आदिवासियों का संगठन है, जिसके कार्यकर्ता खाकी वर्दी पहनते हैं। संगठन का कहना है कि आदिवासी लड़कियों से शादी करने के बाद गैर-आदिवासी लोग आरक्षण और जमीन खरीदने जैसे लाभ उठाते हैं, जबकि नियम के मुताबिक आदिवासी जमीन गैर-आदिवासी नहीं खरीद सकते।
अब प्रशासन पर टिकी निगाहें
मांझी सरकार के इस कट्टरपंथी बयान और प्रदर्शन के बाद प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और यदि संगठन की मांगें कानून के खिलाफ पाई जाती हैं, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।