अब परीक्षा में नहीं मिलेगी एक्स्ट्रा कॉपी, एक ही उत्तरपुस्तिका में हल करना होगा पूरा पेपर
अब परीक्षा में नहीं मिलेगी एक्स्ट्रा कॉपी, एक ही उत्तरपुस्तिका में हल करना होगा पूरा पेपर

रिपोर्टर रवि शिमले बड़वानी
बड़वानी 23 जनवरी 2025: क्रान्तिसूर्य टंटया भील यूनिवर्सिटी, खरगोन ने परीक्षा में बड़ा बदलाव किया है. 30 जनवरी से होने वाली स्नातकोत्तर कक्षाओं की फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षाओं जैसे एम. ए., एम. कॉम., एम.एससी. आदि के टाइम टेबल के साथ यह सूचना दी है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा में 40 पृष्ठों की उत्तरपुस्तिका दी जायेगी और कोई पूरक कॉपी प्रदान नहीं की जायेगी. पहले कई विद्यार्थी अपने पेपर को हल करने के लिए एक मुख्य उत्तरपुस्तिका के साथ एक या अधिक पूरक कॉपी लेते थे. खासकर कला संकाय के विषयों इतिहास, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, हिन्दी साहित्य आदि में अतिरिक्त उत्तरपुस्तिकाओं की डिमांड ज्यादा होती थी. अब एक ही उत्तरपुस्तिका में पूरा पेपर हल करना होगा. ये बातें प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानन्द करियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित परिचर्चा में करियर काउंसलर डॉ. मधुसूदन चौबे ने विद्यार्थियों ने बताई. आयोजन प्राचार्य डॉ वीणा सत्य के मार्गदर्शन में किया गया.
पेज भरने के मिथ से मिलेगी मुक्ति
डॉ. चौबे ने कहा कि यह बहुत ही सकारात्मक और अच्छा बदलाव है. अनेक विद्यार्थी इस मिथ या गलत धारणा के शिकार रहते हैं कि कॉलेज की परीक्षाओं में पेज गिनकर नंबर दिए जाते हैं. यह बात सत्य नहीं है. प्रश्न के अनुरूप सटीक उत्तर लिखने पर अच्छे नंबर मिलते हैं, न कि लम्बे या बड़े उत्तर लिखने पर. अनेक विद्यार्थी प्रश्न से परे अवांछित बातें लिखकर कॉपी भरने की चेष्टा करते हैं. अब चालीस पृष्ठों में पांच प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे. एक प्रश्न के लिए औसतन आठ पृष्ठ उपलब्ध होंगे. यह किसी भी आदर्श उत्तर लिखने के लिए पर्याप्त है. आठ पृष्ठों में सटीक उत्तर लिखकर जहाँ विद्यार्थी समय बचा सकेंगे वहीं हेंड राइटिंग अच्छी लिख सकेंगे. इससे उन्हें अच्छे अंक लाने में सफलता मिलेगी. विद्यार्थियों को चाहिए कि इस बदलाव के अनुसार अपने नोट्स तैयार करें और प्रश्नों के उत्तर लिखने की योजना बनाएं।