Gadarwara Braking News:गाडरवारा निवासी किशन लाल साहू बाबा की बेटी को16 साल से ससुराल में कैदियों से बद्तर स्थिति में रखे थे , पुलिस ने किया रेस्क्यू, हड्डियों के ढांचे में तब्दील बेटी को देखकर खड़े हो गए रोंगटे
40 साल उम्र की महिला का वजन महज 40 किलो से भी कम था और वह बेहोशी की हालत में थी,
गाडरवारा निवासी किशन लाल साहू बाबा की बेटी को16 साल से ससुराल में कैदियों से बद्तर स्थिति में रखे थे , पुलिस ने किया रेस्क्यू, हड्डियों के ढांचे में तब्दील बेटी को देखकर खड़े हो गए रोंगटे
40 साल उम्र की महिला का वजन महज 40 किलो से भी कम था और वह बेहोशी की हालत में थी
Gadarwara Braking News– भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में किशन लाल साहू बाबा की बेटी को उसके ही ससुराल में कैद करके रखने का मामला सामने आया है, बेटी के के मायके पक्ष ने भोपाल महिला थाने में शिकायत दर्ज करवाई जिसके बाद महिला पुलिस ने जहांगीराबाद थाने की पुलिस के साथ मिलकर महिला को रेस्क्यू किया, रेस्क्यू की गई महिला का हाल देखकर पुलिसकर्मी भी कांप गए, पीड़िता हड्डियों के ढांचे में तब्दील हो चुकी थी, 40 साल उम्र की महिला का वजन महज 40 किलो से भी कम था और वह बेहोशी की हालत में थी, फिलहाल उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है।
भोपाल के महिला थाना में आवेदक किशन लाल साहू गाडरवारा निवासी जिला नरसिंहपुर द्वारा ने आवेदन दिया गया कि उनकी पुत्री रानू साहू का विवाह 2006 में किया गया था। वर्ष 2008 के बाद से उन्हे बेटी के ससुराल वालों ने उनसे मिलने नही दिया। पुत्री के बेटे और बेटी को भी उससे दूर कर कहीं भेज दिया गया है। ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित किया जाने के बाद से उनकी पुत्री की हालत खराब होने के बारे में पड़ोसियों द्वारा खबर दी गई है। बेटी रानू को घर से रेस्क्यू किया जाए और उपचार दिलाया जाए एवं ससुराल पक्ष के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने तत्परता से की कार्रवाई
आवेदन मिलते ही महिला पुलिस थाने की टीआई शिल्पा कौरव ने मामलें की गंभीरता को समझा और फौरन महिला पुलिसकर्मियों के साथ वह पीड़िता के घर पहुंची, इस मौके पर पीड़िता के परिजन, एनजीओ और जहांगीराबाद पुलिस स्टाफ की मदद से महिला रानू को रेस्क्यू किया गया।
महिला बोलने की स्थिति में नही थी। उसकी हालत देखकर पुलिस भी दंग रह गई, रानू के ससुराल पक्ष ने आरोपों को झूठा करार दिया, उनका कहना था कि महिला मानसिक रूप से कमजोर है और आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते वह उसका इलाज नहीं करवा पाए, हालांकि मायके पक्ष से मिलने न देने के पुलिस के सवाल का रानू का पति कोई जवाब नहीं दे पाया, फिलहाल पुलिस ने पीड़िता को उपचार के लिए परिजनों के साथ अस्पताल रवाना किया। वही अब पुलिस पति से पूछताछ कर रही है।
ऐसे लोगों को तो समझ में रहने का अधिकार भी नहीं है इन लोगों को तो बीच चौराहे पर खड़ा करके जिंदा मार देना चाहिए जिसने भी यह कृत किया है उसे कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए