जबलपुर: 14 साल की नाबालिग से दुष्कर्म, थाने और अस्पताल में घंटों परेशानी झेलनी पड़ी पीड़िता को

जबलपुर के पाटन थाना क्षेत्र में एक 14 साल की नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। घटना के बाद पीड़िता और उसके परिवार को न्याय पाने के लिए थाने से लेकर अस्पताल तक कई जगहों पर घंटों परेशानी झेलनी पड़ी। मामले में आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन पुलिस और स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने पीड़िता के संघर्ष को और बढ़ा दिया।
घटना क्या हुई?
रविवार रात पाटन थाना क्षेत्र के एक गांव में 14 साल की किशोरी अपने घर में सो रही थी। रात में उसकी नींद खुली तो उसने देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ है। जैसे ही वह दरवाजा बंद करने बाहर गई, पड़ोस में रहने वाला युवक गोलू चढ़ार ने उसका मुंह दबाकर उसे घर से उठा लिया। आरोपी ने किशोरी को घर से 300 मीटर दूर एक खेत में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे बेहोश छोड़कर भाग गया।
परिजनों ने कैसे ढूंढा?
सुबह 3 बजे जब किशोरी की मां की नींद खुली तो उन्होंने देखा कि बेटी घर पर नहीं है। परिजनों ने घर के आसपास तलाशी शुरू की, लेकिन किशोरी नहीं मिली। इसके बाद पिता ने अपने मोबाइल से बेटी के फोन पर कॉल किया। किशोरी ने रोते हुए बताया कि वह घर के पीछे वाले खेत में है। मोबाइल की लाइट की मदद से परिजनों ने उसे ढूंढा। किशोरी के हाथ-पैर में कांटे चुभे हुए थे और वह बेहोश हो गई थी।
थाने में घंटों इंतजार
परिजनों ने सुबह 11:30 बजे पाटन थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन थाने में महिला अधिकारी की अनुपस्थिति के कारण उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा। पीड़िता और उसके परिवार को सुबह 11:30 से शाम 5 बजे तक थाने में बैठना पड़ा। इस दौरान पुलिस कर्मचारियों ने बार-बार कहा कि महिला अधिकारी आ रही है।
शाम 4 बजे बेलखेड़ा थाने से महिला सब इंस्पेक्टर भारती मसराम पाटन पहुंचीं। उन्होंने पीड़िता और उसके परिवार का बयान दर्ज किया और आरोपी गोलू चढ़ार के खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया।
अस्पताल में भी परेशानी
मामला दर्ज होने के बाद पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए पाटन स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन वहां भी स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं मिली। इसके बाद पीड़िता को जबलपुर के लेडी एल्गिन अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मेडिकल जांच की गई।
महिला अधिकारी की कमी से परेशानी
जबलपुर के एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि जिले के पाटन, मझंगवा, बरेला, शहपुरा और कुंडम थानों में महिला अधिकारी नहीं हैं। इस वजह से ऐसी घटनाओं में पीड़िताओं और उनके परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी गोलू चढ़ार को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच में जुटी हुई है।
सवाल व्यवस्था पर
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस और स्वास्थ्य व्यवस्था की कमियों को उजागर किया है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए थाने और अस्पताल में घंटों परेशानी झेलनी पड़ी, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यवस्था में सुधार की जरूरत है?