सी.एम. हेल्पलाइन डैशबोर्ड पर नर्मदापुरम जिले की बड़ी छलांग: सोहागपुर तहसील टॉप पर, नागरिक संतुष्टि दर 80% से अधिक

संवाददाता राकेश पटेल इक्का सोहागपुर
सोहागपुर,नर्मदापुरम, 23 मई 2025
मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित सी.एम. हेल्पलाइन व्यवस्था में नर्मदापुरम जिले ने इस माह शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रदेश स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। जिला स्तर पर 79.08% स्कोर के साथ नर्मदापुरम ने प्रदेश में 35वां स्थान प्राप्त किया है। जिले की विभिन्न तहसीलों में प्राप्त शिकायतों के त्वरित और प्रभावी निराकरण ने इस सफलता में अहम भूमिका निभाई है।
तहसीलवार प्रदर्शन: सोहागपुर सबसे आगे
जिले की सोहागपुर तहसील ने उत्कृष्ट कार्य करते हुए 81.10% स्कोर के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस माह सोहागपुर में कुल 4300 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 4136 शिकायतों का सफल निराकरण किया गया। निराकरण दर 96.40% रही और औसतन 7.35 दिनों में समाधान किया गया।
नर्मदापुरम शहर तहसील ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 76.40% स्कोर के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। यहां कुल 4134 शिकायतों में से 3946 का निराकरण हुआ।
बनखेड़ी तहसील तीसरे स्थान पर रही, जहां 3474 शिकायतों में से 3249 का समाधान किया गया और तहसील का प्रदर्शन 72.12% रहा।
जिले में निराकरण और संतुष्टि दोनों में संतुलन
नर्मदापुरम जिले में सी.एम. हेल्पलाइन के माध्यम से कुल 6629 शिकायतों का निराकरण इस माह किया गया है। शिकायतों के समाधान की गुणवत्ता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि नागरिकों की संतुष्टि दर 80% से अधिक दर्ज की गई है, जो कि शासन की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही का परिचायक है।
प्रशासन की भूमिका रही अहम
इस सफलता के पीछे नर्मदापुरम जिला प्रशासन, सभी तहसीलदारों और सी.एम. हेल्पलाइन टीम की संपूर्ण समर्पण भावना और मेहनत है। सोहागपुर तहसीलदार श्री रामकिशोर झरबड़े सहित अन्य अधिकारियों ने नागरिकों की शिकायतों को प्राथमिकता से सुनते हुए प्रभावी निराकरण सुनिश्चित किया है।
नागरिकों को मिला भरोसा, प्रशासन को प्रोत्साहन
इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि नर्मदापुरम जिले में सी.एम. हेल्पलाइन सिर्फ एक शिकायत निवारण प्रणाली नहीं, बल्कि जन और प्रशासन के बीच विश्वास का सेतु बन चुकी है।
यह उपलब्धि जहां जिला प्रशासन को और बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित करती है, वहीं यह प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणास्रोत भी बन सकती है।