इंदौर में ‘लव जिहाद’ के आरोप के बीच युवक ने कैमरे के सामने खाया ज़हर, 5 पन्नों में दर्ज की आपबीती

यह रही घटना की विस्तृत रिपोर्ट, जो आप न्यूज़ वेबसाइट, मैगज़ीन या सोशल मीडिया पर लेख के रूप में प्रकाशित कर सकते हैं:
इंदौर में ‘लव जिहाद’ के आरोप के बीच युवक ने कैमरे के सामने खाया ज़हर, 5 पन्नों में दर्ज की आपबीती
इंदौर (मध्य प्रदेश), 22 मई 2025 — मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से एक चौंकाने वाला और भावनात्मक रूप से विचलित कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां सुविदी नगर निवासी दिनेश मिश्रा नाम के एक युवक ने अपनी पत्नी के कथित अवैध संबंधों और पुलिस द्वारा लगातार अनदेखी से तंग आकर कैमरे के सामने ज़हर खा लिया। उसने इसके पहले पाँच पन्नों में अपने दुख और संघर्ष की पूरी कहानी लिखी और वीडियो बनाकर सार्वजनिक किया। दिनेश इस वक्त भंडारी अस्पताल में गंभीर हालत में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
पूरा मामला: ‘पत्नी, प्रेमी और पीड़ित पति’ की कहानी
दिनेश मिश्रा, एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी का बेटा, पिछले कुछ महीनों से मानसिक तनाव और घरेलू विवादों से परेशान था। उसका आरोप है कि उसकी पत्नी दीपिका मिश्रा जिम में ट्रेनिंग के दौरान एक मुस्लिम युवक मकसूद खान के संपर्क में आई और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। दिनेश ने इस पूरे घटनाक्रम को ‘लव जिहाद’ का हिस्सा बताते हुए कहा कि मकसूद खान एक सुनियोजित साजिश के तहत उसकी पत्नी को प्रेम जाल में फंसा रहा है।
दिनेश ने दावा किया कि दीपिका उसे शादी के बाद से ही धोखा दे रही थी और जिम में जाने के बहाने मकसूद से मिलती थी। दिनेश के अनुसार, उसके पास इस रिश्ते के सबूत भी हैं — जैसे कॉल रिकॉर्डिंग्स, चैट, और ऑनलाइन पेमेंट ट्रांजेक्शन।
सिस्टम की नाकामी: ‘मैं थाने गया, लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई’
सबसे गंभीर आरोप दिनेश ने पुलिस पर लगाए। उसने कहा कि उसने कई बार एरोड्रम थाने में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। “मैं फरियादी बनकर गया, लेकिन हर बार मुझे अनदेखा किया गया,” वीडियो में दिनेश कहते हैं। उसकी पीड़ा इन शब्दों में झलकती है — “जब पुलिस ही नहीं सुनेगी, तो मैं कहां जाऊं? मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो गई, लेकिन किसी को फर्क नहीं पड़ा।”
कैमरे के सामने भावुक संदेश, फिर ज़हर का सेवन
बुधवार शाम को दिनेश ने एक भावनात्मक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें वह रोते हुए अपना दर्द बयान करता है। वीडियो में वह कहता है कि “मकसूद खान एक जिहादी है जिसने पहले भी एक हिंदू लड़की को फंसाया था। अब मेरी पत्नी को भी फंसा लिया।” इसके बाद वह दो डिब्बे चूहे मारने की दवा कैमरे के सामने ही निगल लेता है।
5 पन्नों का सुसाइड नोट: ‘मेरे बच्चे अनाथ हो जाएंगे’
दिनेश ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है:
- “मेरी शादी को 10 साल हो गए हैं, दो छोटे बच्चे हैं। लेकिन मेरी पत्नी मुझे लगातार धोखा देती रही।”
- “मैंने समाज, रिश्तेदारों और पुलिस — हर जगह न्याय की गुहार लगाई, लेकिन सबने मेरा मज़ाक उड़ाया।”
- “लव जिहाद के नाम पर देश की लड़कियों को फंसाया जा रहा है, लेकिन सबूत होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती।”
CM से न्याय की अपील: ‘सरकार कठोर कानून बनाए’
दिनेश ने अपने नोट में मुख्यमंत्री मोहन यादव से अपील की है कि लव जिहाद जैसे मामलों में तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाए। उसने यह भी लिखा कि महिलाएं अक्सर जिहादियों के खिलाफ बोलने से डरती हैं, और जब कोई सबूत देता है, तो प्रशासन चुप रह जाता है।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच की शुरुआत
थाना प्रभारी तरुण भाटी ने मीडिया को बताया कि दिनेश मिश्रा पहले भी थाने आया था। अब यह देखा जा रहा है कि उसकी शिकायत किस एसआई को सौंपी गई थी और उस पर क्या कार्रवाई हुई। उन्होंने कहा कि मामले में उच्च अधिकारियों ने संज्ञान ले लिया है और विस्तृत जांच की जा रही है।