गाडरवारा में भीषण गर्मी और बिजली कटौती से हाहाकार: मुख्यमंत्री के दौरे से पहले बिजली विभाग का मेंटेनेंस बना नागरिकों की मुसीबत

गाडरवारा, 5 जून। पूरा मध्यप्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है और गाडरवारा क्षेत्र में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में यहां के नागरिकों को राहत देने के बजाय विद्युत विभाग की ओर से लगातार बिजली कटौती की जा रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
गर्मी ने तोड़ी रिकॉर्ड, बिजली ने तोड़ा सब्र
गाडरवारा के निवासियों का कहना है कि भीषण गर्मी के इस दौर में जब दिन में लू के थपेड़े चल रहे हैं, पंखा और कूलर ही एकमात्र राहत के साधन हैं, तब विद्युत विभाग ने सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक लगातार बिजली काट दी। इससे छोटे बच्चों, बुजुर्गों, रोगियों और कामकाजी नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इतना ही नहीं, शाम के बाद भी रुक-रुककर बिजली कटौती होती रही, जिससे रात्रि विश्राम भी लोगों के लिए एक चुनौती बन गया। कई इलाकों में इन्वर्टर भी जवाब दे गए, जिससे लोग पूरी रात परेशान होते रहे।
मेंटेनेंस के नाम पर परेशान जनता
बिजली विभाग का तर्क है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के 9 जून को गाडरवारा आगमन के पूर्व शहर की विद्युत लाइनों और ट्रांसफार्मरों की मरम्मत की जा रही है। विभाग द्वारा यह मेंटेनेंस कार्य दिन के समय किया जा रहा है, जिससे पूरे शहर में बार-बार बिजली गुल हो रही है।
लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या जनता की तकलीफ की कोई कीमत नहीं?
मेंटेनेंस का कार्य रात में, चरणबद्ध या क्षेत्रवार भी किया जा सकता था।
जनता का आक्रोश, बिजली विभाग से सवाल
नागरिकों का कहना है कि
“जब बिजली विभाग समय पर बिल वसूलता है, और एक दिन की भी देरी पर कनेक्शन काट देता है, तो सुविधाएं देने में लापरवाही क्यों?”
“हम बिजली के लिए पूरा भुगतान करते हैं, फिर भी इतनी बुरी स्थिति में क्यों रहना पड़ रहा है?”
छात्र, व्यापारी, गृहिणियां, कामकाजी लोग सभी इस समस्या से जूझ रहे हैं। खासकर जिन परिवारों में छोटे बच्चे या बुजुर्ग हैं, उनके लिए यह स्थिति बेहद कष्टदायक हो चुकी है।
मुख्यमंत्री के स्वागत से पहले बिजली नहीं, व्यवस्था चाहिए
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आगमन को लेकर प्रशासनिक तैयारियाँ जोरों पर हैं, लेकिन जनता कह रही है कि कार्यक्रम की तैयारी अच्छी बात है, मगर पहले जनता की बुनियादी ज़रूरत — “बिजली और पानी” की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए।
जनता की मांगें:
- मेंटेनेंस कार्य कम समय के लिए किया जाए
- बिजली कटौती की पूर्व सूचना दी जाए
- लगातार बिजली उपलब्ध कराई जाए, विशेषकर दिन के तापभरे समय में
- बिजली विभाग जवाबदेह बने — कब, क्यों और कितनी देर कटौती होगी, इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए
- लंबे समय से उपेक्षित जर्जर तार और ट्रांसफॉर्मर बदले जाएं