भोपाल में 29 मई को होगी शिक्षक संदर्भ समूह की राज्य स्तरीय कार्यशाला, ‘शिक्षक संसद’ आयोजन की तैयारी

भोपाल। शिक्षक नेतृत्व, नवाचार और शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए कार्यरत शिक्षक संदर्भ समूह की राज्य स्तरीय संचालन समिति की पहली कार्यशाला 29 मई 2025 को भोपाल में आयोजित की जाएगी। इस कार्यशाला में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से चयनित शिक्षक प्रतिनिधि भाग लेंगे।
यह जानकारी समूह के संस्थापक डॉ. दामोदर जैन और राज्य समन्वयक उमा उपाध्याय ने साझा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
कार्यशाला का उद्देश्य
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य समूह द्वारा शुरू किए गए विभिन्न शैक्षिक अभियानों की समीक्षा, आगामी कार्यक्रमों की योजना और ‘शिक्षक संसद’ जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों की रणनीति बनाना है।
मुख्य एजेंडा में शामिल विषय:
- ‘मेरा विद्यालय, मेरी पहचान’ अभियान की प्रगति और अनुभव साझा करना
- विद्यालयों को ‘आनंद घर’ में रूपांतरित करने की दिशा में मिले परिणामों पर चर्चा
- ‘प्रणाम विद्यालय – प्रणाम शिक्षक’ अभियान की कार्य योजना
- ‘शिक्षक चेतना वर्ष 2025’ के तहत गतिविधियों की रूपरेखा
- ‘शिक्षा महाकुंभ-2’ की तैयारी
- ‘शिक्षक संसद’ और चेतना शिविर के आयोजन पर चर्चा
- 8 जून 2025 को छतरपुर में होने वाले कार्यक्रम की रणनीति
- 23 से 25 जून को सागर में प्रस्तावित प्रशिक्षण शिविर की तैयारी
- ‘सुपर 1000 योजना’ के अंतर्गत निपुण भारत लक्ष्यों की प्राप्ति पर विमर्श
- अकेडमिक काउंसिल ऑफ टीचर्स के गठन और पुस्तक लेखन/प्रकाशन की योजना
विकासखंड बनेगा इकाई
कार्यशाला में यह भी तय किया गया है कि अब शिक्षक संदर्भ समूह के सभी नवाचार विकासखंड स्तर पर क्रियान्वित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय स्तर पर नेतृत्व और नवाचार को बढ़ावा मिल सके।
निर्णय सर्वसम्मति से लिए जाएंगे
कार्यशाला के दौरान सभी निर्णय विचार-विमर्श और सर्वसम्मति के आधार पर लिए जाएंगे और आगामी कार्ययोजना का प्रारूप तैयार किया जाएगा।
पृष्ठभूमि:
शिक्षक संदर्भ समूह एक सक्रिय शिक्षक संगठन है जो शिक्षकों की भूमिका को केवल शिक्षण तक सीमित न रखकर उन्हें नीति निर्माण, नवाचार और नेतृत्व के केंद्र में लाने की दिशा में कार्य कर रहा है। समूह द्वारा आयोजित अभियानों को शिक्षकों और स्कूलों से उल्लेखनीय प्रतिक्रिया मिल रही है।