पेटलावद तहसील के भूमाफियाओं में मचा हड़कंप, एसडीएम ने कसी नकेल
झकनावदा ग्राम पंचायत से भूमि संबंधी रिकार्ड किए जप्त
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झाबुआ रिपोर्टर- जनता एक्सप्रेस लाइव से रमेश कुमार सोलंकी
पेटलावद/ झकनावदा-मध्य प्रदेश शासन भ्रष्टाचार और भू माफियाओं को लेकर इतनी गंभीर है । की प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों की नजर से कोई नहीं बच सकता। प्रशासनिक अधिकारियों को शासन ने भ्रष्टाचार एवं भूमाफीया पर कार्यवाही को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। चाहे कितना ही राजनीतिक दबाव क्यों ना हो। कार्रवाई करना ही पड़ती है। इसीलिए प्रदेश सरकार इन दिनों भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। हर दिन किसी न किसी भ्रष्टाचारी पर लोकायुक्त, और ईओडब्ल्यू , इनकम टैक्स, का छापा पड़ रहा है। और कार्रवाई की जा रही है। वहीं भूमाफियाओं को लेकर भी सरकार गंभीर है।उन पर भी नकेल कसना निरंतर जारी है। इन दिनों भूमाफियाओं को लेकर एक मामला झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील में देखने को मिल रहा है। जहां पर शासकीय कामों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने वाली एक साहसी, निर्भीक, निडर, और दृढ़ निश्चय, ईमानदार, सेवा भावी, कर्तव्यनिष्ठ महिला अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद की सुश्री तनुश्री मीणा 2022 बैच की राजस्थान के जयपुर की रहने वाली आईएएस महिला अधिकारी ने कुछ दिनों पूर्व जिला कलेक्टर नेहा मीना के निर्देशानुसार पेटलावद के बरबेट में शासकीय भूमि पर बने करोड़ों रुपए के होटल को कोर्ट के आदेश पर एसडीएम पेटलावद के मार्गदर्शन में तहसीलदार हुकुम सिंह निगवाल ने अतिक्रमण मुक्त कराया। वही अभी कुछ दिन पूर्व पेटलावद के रूपगढ़ में पांच बीघा जमीन को अतिक्रमणकर्ता पर कार्रवाई करके अतिक्रमण मुक्त करवाया।
शनिवार को ग्राम पंचायत झकनावदा का औचक निरिक्षण किया
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद तनुश्री मीणा ने दोपहर 2 बजे ग्राम पंचायत झकनावदा का औचक निरीक्षण किया। जहां पर पटवारी हल्का नंबर 41 धूम सिंह अलावा एवं ग्राम पंचायत सचिव विनोद देवदा के द्वारा फार्मर आईडी का कार्य किया जा रहा था। ग्राम पंचायत सचिव को फटकार लगाते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद ने ग्रामीणों की उपस्थिति में कहां की ग्राम पंचायत की शिकायत बहुत आ रही है। मुझे बारीकी से जांच करना पड़ेगी। उसके बाद पंचायत सचिव से लिखित में भूमि स्वामियों को पंचायत के द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र की जानकारी के लिए भूमि संबंधी रजिस्टर एवं ठहराव प्रस्ताव संबंधी रजिस्टर आगामी कार्रवाई हेतु जप्त किये। एसडीएम तनुश्री मीणा की निर्भीक और साहसी कार्य प्रणाली से ऐसा लग रहा है। जैसे भू-माफियाओं की आंखों की नींद और दिन का चैन सुकून खो गया हो। सही मायने में भूमाफिया पर नकेल कसने का काम एसडीएम पेटलावद ने किया। जो तारीफे काबिल है।
अब आगे देखना यह दिलचस्प होगा कि भूमाफियाओं पर आगे अब क्या कार्रवाई होती है।
राजनीतिक दबाव या पैसों का लालच कहना उचित होगा
भूमाफियाओं का सारा खेल ग्राम पंचायत से ही चलता है। पेटलावद क्षेत्र में जहां पर शासकीय जमीन लावारिस पड़ी रहती है। वहां पर यह भूमाफिया अपना जादू दिखाते हैं। वहां के सरपंच और सचिव पर राजनीतिक दबाव डालते हैं। या फिर पैसों का लालच देखकर सचिव, सरपंच से फर्जी प्रमाण पत्र लेकर फर्जी रजिस्ट्री करवा लेते हैं। और भूमि स्वामी बन जाते हैं। और उसे उचित दामों में अन्य व्यक्ति को बेच देते हैं।
राज्य शासन के गजट नोटिफिकेशन
जनवरी 2023 के अनुसार कोई भी आबादी क्षेत्र मे रहने वाले लोग एवं भूमाफिया पंचायत के प्रमाण पत्र के आधार पर रजिस्ट्री या नामांतरण नहीं करवा पाएगा। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करते हुए पाया गया। उसकी रजिस्ट्री और नामांतरण अमान्य माना जाएगा।