सोहागपुर की नाबालिग का अपहरण कर ले गए युवक, पुलिस ने प्रयागराज से किया गिरफ्तार
मोबाइल चलाने से मना किया तो नाराज होकर घर से भागी नाबालिग, ट्रेन में मिले दो युवकों ने किया अपहरण

संवाददाता राकेश पटेल इक्का
सोहागपुर, मध्यप्रदेश। सोहागपुर थाना क्षेत्र में एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के घर से भागने और उसके बाद अपहरण व दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस की सक्रियता से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर नाबालिग को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है।
घटना का पूरा घटनाक्रम
15 अप्रैल की रात को सोहागपुर निवासी 15 वर्षीय नाबालिग मोबाइल फोन चला रही थी, जिसे लेकर पिता ने उसे डांटा और उसकी पिटाई कर दी। इससे नाराज होकर वह अगली सुबह 4 बजे घर से निकल गई। परिजनों ने जब देखा कि लड़की घर पर नहीं है तो घबराकर आसपास तलाश की, लेकिन जब कुछ पता नहीं चला तो 16 अप्रैल की सुबह थाने पहुंचकर बीएनएस की धारा 137 बी के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
रेलवे स्टेशन पर हुई युवकों से मुलाकात
घर से भागने के बाद नाबालिग ट्रेन में सफर कर रही थी, तभी उसकी मुलाकात सरफराज (21 वर्ष) और लवकुश निसाद (21 वर्ष) से हुई, जो अहमदाबाद में प्राइवेट नौकरी करते हैं। दोनों युवकों ने नाबालिग को बहला-फुसलाकर अपने साथ अहमदाबाद ले गए। अहमदाबाद में उसे दो दिन तक अपने पास रखने के बाद वे उसे अपने गृह ज़िले प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) के ग्राम देवघाट, थाना कोरपा ले गए।
दुष्कर्म की पुष्टि, फिर गिरफ्तारी
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इस दौरान आरोपी सरफराज द्वारा नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए सोहागपुर पुलिस ने दो टीमों का गठन किया—एक को अहमदाबाद और दूसरी को प्रयागराज भेजा गया। तकनीकी साक्ष्य जैसे मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस ने 18 अप्रैल की रात प्रयागराज के ग्राम देवघाट से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और नाबालिग को सकुशल बरामद किया।
कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70(2), 137(2) और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुलिस का बयान
थाना प्रभारी कंचन सिंह ठाकुर ने बताया,
“नाबालिग की काउंसलिंग कराई जा रही है। परिस्थितियों के आधार पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि आवश्यक हुआ तो उसे बाल सुधार गृह भेजा जाएगा।”
परिजनों में राहत की सांस, लेकिन गहरी चिंता
इस घटना के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली है कि बच्ची सुरक्षित वापस मिल गई है, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम से वे मानसिक रूप से बहुत आहत हैं। पुलिस द्वारा तत्परता से की गई कार्रवाई की सराहना भी परिजनों ने की है।