भोपाल में लव जिहाद का मामला: इंजीनियरिंग छात्रा ने आत्महत्या से पहले दर्ज कराया बयान

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के छोला मंदिर थाना क्षेत्र में एक 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने एक वीडियो में सेज उर्फ सैजल खान और उसकी सहयोगी काजल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। इस घटना के बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने इसे लव जिहाद का मामला बताते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
छात्रा साक्षी निराला, जो कि भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में सिविल इंजीनियरिंग की अंतिम वर्ष की छात्रा थी, ने गुरुवार दोपहर को अपने घर में जहरीला पदार्थ सेवन कर लिया। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृत्यु से पहले रिकॉर्ड किया बयान
साक्षी के परिजनों ने अस्पताल में उसकी मृत्यु से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें उसने सेज उर्फ सैजल खान और काजल पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। मृतका ने बताया कि सैजल और काजल उसे लगातार ब्लैकमेल कर रहे थे और धमकियां दे रहे थे, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
बजरंग दल का प्रदर्शन, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने छोला मंदिर थाने के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से तत्काल सेज और काजल की गिरफ्तारी की मांग की और चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
परिजनों का क्या कहना है?
साक्षी के परिजनों का कहना है कि सैजल खान लंबे समय से उसे परेशान कर रहा था। उसके खिलाफ कई बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सैजल ने ब्यूटी पार्लर खोलने के नाम पर साक्षी से पैसे लिए और उसका प्लॉट गिरवी रखवाया। इसके बाद वह उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित करता रहा।
पुलिस की कार्रवाई
छोला मंदिर थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों द्वारा प्रस्तुत किए गए वीडियो को जांच में शामिल किया गया है और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सवालों के घेरे में प्रशासन
इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बजरंग दल और अन्य संगठनों का कहना है कि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई की होती तो यह घटना टल सकती थी।
अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस कितनी जल्दी इस मामले में आरोपियों को पकड़कर सख्त कार्रवाई करती है।