MP Board Exam 2025: टेलीग्राम पर बिक रहे बोर्ड परीक्षा के पेपर, पुलिस ने किया भंडाफोड़
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भोपाल: मध्यप्रदेश बोर्ड (MP Board) की परीक्षाएं 25 फरवरी 2025 से शुरू हो रही हैं, लेकिन इससे पहले ही पेपर लीक का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस और शिक्षा विभाग की तमाम सख्ती के बावजूद, टेलीग्राम (Telegram) पर 500 से 2000 रुपये तक में फर्जी प्रश्नपत्र बेचे जा रहे थे। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए भिंड जिले से 19 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने परीक्षा से पहले ही पेपर लीक करने की योजना बनाई थी।
टेलीग्राम पर खुलेआम बिक रहे थे फर्जी प्रश्नपत्र
जांच में सामने आया कि कई टेलीग्राम ग्रुप्स पर बोर्ड परीक्षा के असली प्रश्नपत्र होने का दावा किया जा रहा था। इन ग्रुप्स में जुड़े छात्रों से 500 से 2000 रुपये तक की रकम वसूली जा रही थी। पेमेंट मिलने के बाद, उन्हें गेसिंग पेपर या पुराने प्रश्नपत्र भेजे जा रहे थे।
गिरफ्तार आरोपी 12वीं फेल ने खुद किया खुलासा
भिंड से गिरफ्तार आरोपी शिवम यादव (19), पुत्र अरविंद सिंह यादव ने पूछताछ में बताया कि वह खुद 12वीं फेल है और पढ़ाई छोड़ चुका है। उसने बताया कि टेलीग्राम पर तीन अलग-अलग ग्रुप बनाए थे, जिनमें छात्रों को पेपर लीक करने का झांसा देकर पैसे ऐंठे जा रहे थे।
पुलिस जांच में ये बातें सामने आईं:
✔️ आरोपी छात्रों को गुमराह कर रहा था और गेसिंग पेपर को असली बताकर बेच रहा था।
✔️ उसने सैकड़ों छात्रों से ऑनलाइन पेमेंट वसूली थी।
✔️ ये ग्रुप्स परीक्षा के एक दिन पहले ही अचानक एक्टिव हो जाते थे।
✔️ दावा किया जाता था कि पेपर में 80% से ज्यादा सवाल मिल जाएंगे।
✔️ छात्रों को भुगतान के लिए QR कोड और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करना पड़ता था।
एक घंटे में लाखों छात्रों तक पहुंच जाता था पेपर
पुलिस के मुताबिक, एक टेलीग्राम ग्रुप में कम से कम 1000 से 5000 तक सदस्य होते हैं। ऐसे में लीक हुआ पेपर महज एक घंटे में लाखों छात्रों तक पहुंच जाता था।
पुलिस ने बताया कि टेलीग्राम के ये ग्रुप बेहद संगठित तरीके से काम कर रहे थे और फर्जी पेपर बेचकर लाखों रुपये कमा रहे थे।
भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच की कार्रवाई
भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने टेलीग्राम के 5 बड़े ग्रुप्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिनमें शामिल हैं:
- दि एमपी बोर्ड पेपर लीक
- सप्लीमेंट पेपर लीक
- एमपी बोर्ड पेपर लीक 2025
- एमपी बोर्ड पेपर लीक 2024-2025
- एमपी बोर्ड क्लास 12 पेपर 2025
इन ग्रुप्स में शामिल कई अन्य संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है।
बोर्ड कर्मचारी भी शक के घेरे में
इससे पहले भी एमपी बोर्ड के कई कर्मचारी और शिक्षक पेपर लीक में शामिल पाए गए थे।
पिछले कुछ वर्षों में भोपाल के एक प्राचार्य समेत 23 शिक्षक, 2 पर्यवेक्षक, एक लिपिक और एक चपरासी को नामजद किया गया था।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस बार भी किसी अंदरूनी कर्मचारी ने पेपर लीक करने में मदद की थी।
छात्रों को पुलिस की चेतावनी
भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने छात्रों और अभिभावकों को सतर्क रहने की अपील की है।
✔️ फर्जी टेलीग्राम ग्रुप्स से दूर रहें।
✔️ किसी भी अनजान व्यक्ति को पैसे देकर पेपर खरीदने की कोशिश न करें।
✔️ पेपर लीक के झांसे में आने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।
✔️ ऐसे गिरोह का शिकार बनने से छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक की कोशिशें लगातार सामने आ रही हैं। हालांकि, इस बार पुलिस और साइबर क्राइम ब्रांच की सख्ती के चलते गिरोह का पर्दाफाश हो गया। फिर भी छात्रों और अभिभावकों को चाहिए कि वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें और इस तरह की धोखाधड़ी से दूर रहें।