मध्य प्रदेशराज्य

विश्व विरासत दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

संवाददाता राकेश पटेल इक्का

सोहागपुर: विश्व विरासत दिवस के अवसर पर सोहागपुर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा, लता यशवंत पटेल, नगर परिषद उपाध्यक्ष आकाश रघुवंशी, मंडल अध्यक्ष अश्वनी कुमार सरोज, स्वामी विवेकानंद विद्यालय की प्रिंसिपल अनीता गहरैया, विधायक प्रतिनिधि मिथिलेश ठाकुर और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों में कन्नूलाल अग्रवाल, निलेश खंडेलवाल, प्रदीप दुबे, शंकर लाल मालवीय, पत्रकार अमित बिल्लौरे, मुकेश अवस्ती और प्रदीप देवलिया शामिल थे। इसके अलावा, बड़ी संख्या में छात्र और नागरिक भी उपस्थित रहे।

विश्व विरासत दिवस का महत्व

विश्व विरासत दिवस का उद्देश्य हमारी सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देना है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने विरासत के महत्व पर प्रकाश डाला और लोगों से इसे संरक्षित करने की अपील की।

विश्व विरासत दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

सोहागपुर ब्लॉक में विश्व विरासत दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, क्षेत्रीय निदेशक (मध्य क्षेत्र) कार्यालय एवं मंदिर सर्वेक्षण परियोजना (उ. क्षे.) भोपाल के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम की गतिविधियाँ

कार्यक्रम में व्याख्यान, प्रदर्शनी और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं। छात्रों ने पुरातत्व और सोहागपुर के इतिहास के विषय में डॉ भुवन विक्रम से वाद-संवाद किया।

विशेषज्ञों की उपस्थिति

कार्यक्रम में डॉ भुवन विक्रम, डॉ जलज तिवारी, डॉ राजेश मेहरा और डॉ श्रीमती मिश्रा जैसे विशेषज्ञ उपस्थित थे। उन्होंने छात्रों को पुरातत्व और सोहागपुर के इतिहास से परिचय कराते हुए जानकारी दी।

छात्रों की भागीदारी

छात्रों ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और पुरातत्व और सोहागपुर के इतिहास के बारे में जानने का अवसर प्राप्त किया। यह कार्यक्रम छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक और रोचक था।

सोहागपुर का इतिहास और विरासत

ठाकुर विजयपाल सिंह ने सोहागपुर के इतिहास और विरासत पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सोहागपुर एक पौराणिक शहर है जिसका इतिहास 1500 वर्ष से भी अधिक पुराना है। उन्होंने बताया कि सोहागपुर का उल्लेख शिलालेखों में मिलता है और यह परमार वंश का शासन रहा है।

प्राचीन मूर्तियां और स्थल

सोहागपुर से प्राचीन मूर्तियां जैसे कि शिव-उमा, महावीर और बुद्ध की मूर्तियां प्राप्त हुई हैं। जमनी सरोवर भी एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसमें स्नान करने से 56 तीर्थ का लाभ मिलता है।

संस्कृत भाषा का प्रयोग

शिलालेखों से पता चलता है कि 1500 वर्ष पूर्व सोहागपुर में संस्कृत भाषा का प्रयोग किया जाता था। यह सोहागपुर के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को दर्शाता है।

बच्चों को इतिहास की जानकारी

ठाकुर विजयपाल सिंह ने कहा कि सोहागपुर के निवासियों को अपने शहर के इतिहास और विरासत के बारे में जानना चाहिए। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे अपने मोबाइल में भारत की विरासत और इतिहास को देखें और उसे जानें।

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