नरसिंहपुर में 1300 करोड़ के कृषि-उद्योग संकल्पों का आगाज़, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया शुभारंभ

नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश)।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में सोमवार, 26 मई को “कृषि-उद्योग समागम” का भव्य शुभारंभ हुआ। इस दो दिवसीय आयोजन का उद्घाटन देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संयुक्त रूप से किया। इस समागम में कृषि और उद्योग जगत के बीच सेतु निर्माण का प्रयास करते हुए, 1300 करोड़ रुपये से अधिक के नए औद्योगिक निवेश को आकार देने की दिशा में संकल्प लिए गए।
सीएम ने दिए ‘फूड प्रोसेसिंग’ पर जोर देने के संकेत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि यह समागम केवल एक मेला नहीं, बल्कि कृषि और उद्योग के मिलन का मंच है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में सरकार का विशेष फोकस कृषि आधारित फूड प्रोसेसिंग उद्योग पर रहेगा। यह पहल किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने में सहायक होगी।
116 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन
समागम के दौरान 86 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया, जिनकी कुल लागत 116 करोड़ रुपए से अधिक रही। इसमें शामिल हैं:
- 71 कार्यों का लोकार्पण: लागत करीब 69 करोड़ रुपये
- 15 नए कार्यों का भूमिपूजन: लागत 46 करोड़ रुपये से अधिक
इन विकास कार्यों में सिंचाई, सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद प्रहलाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह, एंदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत, नारायण सिंह कुशवाह, फग्गन सिंह कुलस्ते, राज्यसभा सांसद माया नारोलिया, सांसद दर्शन सिंह, विधायक विश्वनाथ सिंह, महेंद्र नगेश, जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति काकोडिया, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि रामस्नेही पाठक सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।
उद्देश्य: किसान से उद्योग तक सीधा संबंध
“कृषि-उद्योग समागम” का उद्देश्य प्रदेश में किसानों की पैदावार को सीधे उद्योगों से जोड़ना है, जिससे उन्हें बाजार और मूल्य स्थिरता मिले। इसके साथ ही सरकार यह भी सुनिश्चित करना चाहती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग इकाइयां स्थापित हों, जिससे स्थानीय लोगों को ही लाभ मिले।