महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़, 15 किमी तक जाम, सेना ने संभाली स्थिति, प्रशासन अलर्ट
महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़, 15 किमी तक जाम, सेना ने संभाली स्थिति, प्रशासन अलर्ट
महाकुंभ प्रयागराज। मौनी अमावस्या से एक दिन पहले महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं का जबरदस्त सैलाब उमड़ पड़ा। दोपहर तक 1.88 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। प्रशासन के मुताबिक अब तक कुल 16.64 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। भीड़ की बेकाबू स्थिति के चलते संगम क्षेत्र से लेकर 15 किलोमीटर तक जाम की स्थिति बनी हुई है।
रातभर चली प्रशासनिक बैठकों का दौर
श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन पूरी रात सतर्क रहा। कई दौर की बैठकों में सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर मंथन किया गया। सुबह एडीजी जोन भानु भास्कर और कमिश्नर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई। बैठक में डीएम, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, रेलवे और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।
संगम क्षेत्र में हाई अलर्ट
भीड़ नियंत्रण के लिए संगम क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। मेला क्षेत्र में अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कैमरों से निगरानी की जा रही है।
सड़कें और गलियां भर गईं, श्रद्धालु परेशान
श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें पार्किंग या स्टेशन से संगम तक पैदल आना पड़ रहा है। जगह-जगह पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को 20 किलोमीटर तक पैदल चलने की मजबूरी है। कई स्थानों पर भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी।
पांटून पुलों की स्थिति
भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन ने पांटून पुल संख्या 13, 14, 17, 18, 19, 20, 21 और 22 खोल दिए हैं। संगम तट से स्नान कर अखाड़ों की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
प्रशासनिक गाड़ियों में परिवारों को ले जाने का आरोप
भीड़ के बीच एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक श्रद्धालु ने प्रशासनिक गाड़ी को रोका। गाड़ी में बच्चे और महिलाएं बैठे हुए थे। वीडियो बनाने वाले ने पूछा कि यह गाड़ी किसकी है, तो ड्राइवर ने बताया कि यह एक आईएएस अधिकारी की गाड़ी है। श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन अपनी गाड़ियों से परिवार के सदस्यों को ले जा रहा है जबकि आम लोगों को डायवर्जन का सामना करना पड़ रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए नए निर्देश
प्रशासन ने मेला क्षेत्र में अनाउंसमेंट कर श्रद्धालुओं से अपील की है कि वाराणसी और जौनपुर की तरफ से आने वाले श्रद्धालु झूंसी के एरावत घाट पर स्नान करें। मिर्जापुर, चित्रकूट और रीवा से आने वालों को अरैल घाट की ओर भेजा जा रहा है। अयोध्या और लखनऊ की तरफ से आने वालों को रसूलाबाद और फाफामऊ घाट पर ही स्नान करने की अपील की गई है।
प्रयागराज के निवासियों से प्रशासन की अपील
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे मेला क्षेत्र में कार लेकर न आएं। संभव हो तो पैदल या बाइक से ही यात्रा करें ताकि देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को जाम की परेशानी न हो।
भीड़ प्रबंधन में और सुधार की जरूरत
प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद स्थिति अब भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त कदम उठाने की आवश्यकता है।