मध्यप्रदेश में HMPV वायरस का खतरा: जबलपुर सहित कई जिलों में अलर्ट, संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए दिशा-निर्देश
मध्यप्रदेश में HMPV वायरस का खतरा: जबलपुर सहित कई जिलों में अलर्ट, संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए दिशा-निर्देश
HMPV Virus In MP: मध्यप्रदेश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। जबलपुर और आसपास के जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह वायरस तेजी से फैल रहा है और इसके लक्षण कोरोना संक्रमण से काफी हद तक मिलते-जुलते हैं।
क्या है HMPV वायरस?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन तंत्र से संबंधित वायरस है, जो हवा के माध्यम से फैलता है। यह वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है। HMPV के लक्षणों में सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा का ट्रिगर होना शामिल है।
मध्यप्रदेश में संक्रमण की स्थिति
देशभर में HMPV के अब तक आधा दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र के बाद अब मध्यप्रदेश के कई जिलों में भी इसके मामले दर्ज किए गए हैं। जबलपुर और आसपास के जिलों में स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल इकाइयों को सतर्क रहने और लक्षण वाले मरीजों को आइसोलेशन में रखने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देश इस प्रकार हैं:
1. संक्रमण के लक्षण महसूस होने पर घर में रहें और डॉक्टर से संपर्क करें।
2. भीड़भाड़ वाले स्थानों और सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें।
3. मास्क पहनें और खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।
4. साफ-सफाई का ध्यान रखें और बार-बार हाथ धोएं।
5. संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने से बचें।
अन्य देशों में स्थिति
चीन में HMPV वायरस के मामलों में तेजी देखी जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां की ‘जीरो-कोविड पॉलिसी’ के कारण बच्चों में इम्युनिटी विकसित नहीं हो पाई, जिससे यह वायरस तेजी से फैल रहा है। मलेशिया में 2024 में पिछले वर्ष की तुलना में 45% अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अमेरिका में भी संक्रमण के कुछ मामले सामने आए हैं, हालांकि वहां ज्यादातर मरीज बिना किसी गंभीर समस्या के ठीक हो रहे हैं।
क्या भारत में लॉकडाउन का खतरा है?
डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने कहा है कि भारत में “हर्ड इम्युनिटी” के कारण HMPV से लॉकडाउन जैसी स्थिति की संभावना कम है। चीन और भारत की परिस्थितियां अलग हैं, इसलिए घबराने की बजाय सतर्क रहना आवश्यक है।
HMPV से बचाव के उपाय
1. भीड़भाड़ और सार्वजनिक स्थानों से बचें।
2. मास्क पहनें और सतहों को छूने से बचें।
3. संतुलित आहार लेकर इम्युनिटी को मजबूत करें।
4. संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
5. खांसी-बुखार या सांस की तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता को आश्वस्त किया है कि HMPV से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह वायरस कोरोना जितना खतरनाक नहीं है और इसके कारण गंभीर हालात उत्पन्न होने की संभावना नहीं है। मंत्रालय ने बताया कि ज्यादातर मामले हल्के लक्षणों वाले हैं और मरीज जल्दी ठीक हो रहे हैं।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश में HMPV वायरस को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की बजाय सतर्कता और स्वच्छता बनाए रखना ही इसका सबसे बेहतर उपाय है। स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि अगर कोई लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।