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कुंभ मेला में मिला गुमशुदा बच्चा, आठ माह पहले हो गया था लापता, बेटे को देख माता पिता की आँखे खुशी से बरस पड़ी, आखिर क्या हैं पूरा मामला

8 महीने बाद मिला नवादा का लापता बच्चा, कुंभ मेले में तस्वीर से हुई पहचान, परिवार में खुशी का माहौल

नवादा, बिहार: बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद के अंबेडकर नगर निवासी सुजीत दास और काजल कुमारी के लिए यह पल बेहद खुशी का था जब उनका 13 वर्षीय बेटा अमरजीत कुमार, जो 8 महीने पहले लापता हो गया था, प्रयागराज के कुंभ मेले के दौरान मिल गया। अमरजीत की घर वापसी से परिवार और पूरे गांव में जश्न का माहौल है।

लापता होने की कहानी

अमरजीत कुमार 30 मई 2024 को अपने घर से अचानक गायब हो गया था। उसकी मां काजल कुमारी और पिता सुजीत दास ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन बेटे का कोई सुराग नहीं मिला। अमरजीत के अनुसार, अनिल पासवान नामक एक व्यक्ति ने उसे बहला-फुसलाकर गया जंक्शन ले गया और ट्रेन में बैठा दिया। इसके बाद वह प्रयागराज के एक अनाथालय में पहुंच गया।

सोशल मीडिया और पुलिस का सहयोग

अमरजीत की मां काजल कुमारी ने सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीर और लापता होने की जानकारी साझा की थी। नवादा पुलिस ने भी उसकी तलाश के लिए सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों का सहारा लिया। लेकिन कई महीनों तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई।

कुंभ मेले में तस्वीर से हुआ खुलासा

2025 के महाकुंभ मेले के दौरान, गांव के कुछ लोग प्रयागराज गए थे। वहां एक अनाथालय के बाहर लगी तस्वीर में उन्होंने अमरजीत को पहचान लिया। सबसे पहले दिलीप दास ने यह तस्वीर देखी और इसकी सूचना परिवार को दी। दिलीप के साथ डॉ. शंभू शरण, कारू दास, प्रभात, राजा, अर्जुन, किशोरी पासवान और धोना दास भी कुंभ मेले में गए थे।

परिवार के लिए भावुक पल

जब परिवार को यह सूचना मिली, तो वे तुरंत प्रयागराज पहुंचे। अमरजीत को देखकर माता-पिता की आंखें भर आईं। परिवार ने तुरंत नवादा पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने औपचारिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद अमरजीत को परिवार को सौंप दिया।

साइबर ठगों ने भी किया परेशान

अमरजीत की मां काजल कुमारी ने बताया कि बेटे के लापता होने के दौरान उन्हें साइबर ठगों का भी सामना करना पड़ा। ठगों ने बच्चे को खोजने का झांसा देकर उनसे 10 हजार रुपये ठग लिए। ठगों ने UPI के माध्यम से दो लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन परिवार ने अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण केवल 10 हजार रुपये ही दिए।

गांव में खुशी का माहौल

अमरजीत के घर लौटने की खबर से गांव में उत्सव जैसा माहौल है। लोग बड़ी संख्या में उसे देखने और परिवार को बधाई देने पहुंचे। परिवार ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी जाहिर की।

पुलिस कर रही है मामले की जांच

पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि अमरजीत इतने दूर प्रयागराज तक कैसे पहुंचा। साथ ही, अनिल पासवान नामक व्यक्ति, जिसने उसे बहलाकर ले गया था, उसकी भी तलाश की जा रही है।

परिवार ने किया धन्यवाद

अमरजीत के माता-पिता ने नवादा पुलिस, सोशल मीडिया, और उन सभी लोगों का आभार जताया, जिन्होंने इस मुश्किल घड़ी में उनकी मदद की। महाकुंभ मेले ने परिवार को उनकी खोई हुई खुशी वापस दिला दी।

 

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