Jabalpur News-हिन्दू लड़के से कोर्ट मैरिज कर रही थी मुस्लिम लड़की, परिजनों ने कलेक्ट्रेट में किया हंगामा, प्रशासन ने बंद कमरे में ले लिया बड़ा फैसला
युवक युवती के पहुंचते ही कोर्ट में हुआ हंगामा
हिन्दू लड़के से कोर्ट मैरिज कर रही थी मुस्लिम लड़की, परिजनों ने कलेक्ट्रेट में किया हंगामा, प्रशासन ने बंद कमरे में ले लिया बड़ा फैसला
जबलपुर। मध्य प्रदेश के संस्कारधानी जबलपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां मुस्लिम लड़की हिंदू लड़के से शादी करने कलेक्ट्रेट पहुंची थी। तभी दोनों के परिजन भी कलेक्ट्रेट आ गए। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच जमकर हंगामा हो गया। उसके बाद कलेक्ट्रेट के बंद कमरे में जो फैसला सुनाया उसने सबको हैरान कर दिया।
कलेक्टर कार्यालय में सुबह से ही काफी गहमा गहमी का माहौल बन गया। यहां एक मुस्लिम लड़की हिंदू लड़के से शादी करने के लिए पहुंची हुई थी। दोनों की शादी करने की जानकारी मिलते ही उनके परिजन भी मौके पर पहुंच गए। इस शादी के खिलाफ दोनों के परिजन पहले तो अपने-अपने बच्चों को ले जाने लगे। उन दोनों के इनकार के बाद परिजनों की आपस में झड़प हो गई। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने बंद कमरे में दोनों की शादी करा दी।
दरअसल, कलेक्ट्रेट में गहमा गहमी का माहौल एक प्रेमी जोड़े की शादी को लेकर बना था। इनकी शादी के लिए दोनों के परिजन तैयार नहीं थे क्योंकि दोनों अलग अलग धर्म से आते हैं और लव मैरिज करने के लिए वहां पहुंचे थे। इसकी वजह से दो पक्ष आमने-सामने थे। इन विवाद की जानकारी मिलते ही मौके पर ओमती थाने की पुलिस भी पहुंच गई ताकि किसी तरह के विवाद की स्थिति न बने।
युवक युवती के पहुंचते ही कोर्ट में हुआ हंगामा
युवक युवती में काफी लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल था और दोनों शादी करना चाहते थे। लेकिन, उनके परिजन इस शादी के खिलाफ थे। हालांकि दोनों ने अपनी घरवालों की नहीं सुनी और शादी करने के लिए कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंच गए। जैसे ही युवक युवती कोर्ट में शादी के लिए पहुंचे तो दोनों परिवार के लोग एक दूसरे से भिड़ गए। इसके चलते कलेक्ट्रेट परिसर में अफरातफरी मच गई।
पुलिस की सुरक्षा में हुई दोनों की शादी
परिजनों की झड़प के बीच पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। बता दें कि सिवनी की रहने वाली महक और जबलपुर अमखेरा का रहने वाला अंकित बाथम एक दूसरे को काफी समय से पसंद करते थे। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। धर्म अलग होने की वजह से दोनों के परिजन तैयार नहीं थे। इसलिए दोनों ने कोर्ट मैरिज का मन बनाया। दोनों ने हाईकोर्ट में सुरक्षा के लिए अपील की थी। इसके बाद कलेक्ट्रेट ऑफिस में शादी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की गई। एडिशनल कलेक्टर ने दोनों की शादी कराई।