इंदौरशिलांग

Sonam Raghuvanshi Case: “कामाख्या के दर्शन के बाद ही छूना…” — आस्था या साजिश? कामाख्या दर्शन की आड़ में रची गई हत्या की कहानी

इंदौर की सोनम रघुवंशी ने अपने पति राजा को शादी के कुछ ही दिन बाद मेघालय ले जाकर हत्या करवा दी

इंदौर/शिलॉन्ग

इंदौर के युवा ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (29) की नृशंस हत्या ने पूरे देश को हिला दिया है। एक सच्चा प्रेमी, एक समर्पित पति, और एक भक्ति भावना से ओतप्रोत युवा… जिसे अपनी पत्नी पर इतना भरोसा था कि वह उसकी आस्था के नाम पर खुद को भी छलता रहा। लेकिन उस ‘आस्था’ की आड़ में छुपी थी एक क्रूर साजिश, जो उसी पत्नी सोनम रघुवंशी ने रची थी।

कहानी की शुरुआत: शादी, आस्था और दूरी

राजा और सोनम की शादी को कुछ ही दिन हुए थे। हनीमून की योजना बनी, लेकिन सोनम ने साफ शब्दों में कहा कि वह राजा के करीब तब तक नहीं आएगी, जब तक वे दोनों कामाख्या देवी के दर्शन नहीं कर लेते।
राजा ने इस बात को उसकी धार्मिक भावना माना और सम्मान करते हुए मान भी गया। लेकिन हकीकत में यह दूरी सिर्फ ‘शारीरिक’ नहीं, योजनाबद्ध धोखे की भूमिका थी।

मायके से शुरू हुई साजिश

15 मई को सोनम मायके चली गई। वहीं से उसने गुवाहाटी और मेघालय की ट्रैवल बुकिंग की।
पुलिस के अनुसार, सोनम लगातार अपने प्रेमी राज कुशवाहा से फोन पर संपर्क में थी।
राज, सोनम के पिता के फर्नीचर शोरूम में अकाउंटेंट था और लंबे समय से उससे प्रेम करता था।
इसी दौरान सोनम ने योजना बनाई कि राजा को मेघालय ले जाकर रास्ते से हटा दिया जाएगा।

अगर दोस्त नहीं मार पाए तो मैं खुद धक्का दे दूंगी

क्राइम ब्रांच के अनुसार, सोनम ने राज से कहा था —

“अगर विशाल, आनंद और आकाश राजा को नहीं मार पाए तो मैं फोटो खींचने के बहाने उसे खुद खाई में धक्का दे दूंगी।”

इतना ही नहीं, सोनम और राज ने नेपाल भागने का विकल्प भी सोचा था, अगर साजिश का भंडाफोड़ हो जाए।

कामाख्या से शुरू, मेघालय में अंत

सोनम ने राजा को पहले कामाख्या मंदिर के दर्शन के लिए ले जाया, फिर मेघालय ट्रिप का सुझाव दिया।
राजा को पहाड़ों में ज्यादा रुचि नहीं थी, लेकिन पत्नी की बात मान ली।
23 मई को दोनों नोंगरीहाट गांव के पास पहुंचे। सोनम ने रास्ता बदलवाया और एक सुनसान जगह पर ले गई, जहां पहले से छिपे तीनों हमलावरों ने राजा पर हमला कर दिया।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राजा के सिर पर दो धारदार वार किए गए — एक आगे से, एक पीछे से।

हत्या के बाद सोनम का गायब होना

हत्या के तुरंत बाद सोनम लापता हो गई।
जांच में पता चला कि 25 से 27 मई तक वह इंदौर के देवास नाका क्षेत्र के एक किराए के फ्लैट में छिपी रही।
इसी दौरान पुलिस ने उसके खिलाफ सबूत जुटाए और अन्य आरोपियों को दबोच लिया।

आरोपियों की गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड

मेघालय पुलिस ने इंदौर पुलिस की मदद से चारों मुख्य आरोपी:

  • राज कुशवाहा
  • विशाल चौहान
  • आकाश राजपूत
  • आनंद कुर्मी
    को गिरफ्तार किया और शिलॉन्ग ट्रांजिट रिमांड पर ले गई।

जब इन्हें एयरपोर्ट पर ले जाया जा रहा था, तब एक यात्री ने गुस्से में आकर एक आरोपी को थप्पड़ मार दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

फॉरेंसिक सबूत: खून लगे कपड़े बरामद

विशाल चौहान के घर से खून से सने कपड़े बरामद किए गए हैं, जिन्हें अब फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। ये साक्ष्य केस में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

कानूनी लड़ाई और परिवार का दर्द

राजा की मां उमा रघुवंशी कहती हैं:

“अगर सोनम को किसी और से प्यार था तो उसने हमारे बेटे की जिंदगी क्यों बर्बाद की?”

राजा के पिता अशोक रघुवंशी ने सभी दोषियों को फांसी की सज़ा देने की मांग की है। उनका कहना है कि

“यह सिर्फ एक हत्या नहीं, यह भरोसे की हत्या है।”

 

 

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