गाडरवारा का सनसनीखेज मामला: बेटा गया था पत्नी को ससुराल छोड़ने, फिर कभी नहीं लौटा – पिता बोले-बहू ने फोन पर कहा, ‘ तेरे बेटे को मारकर फेंक दिया हैं ’
गाडरवारा तहसील के पचामा में एक युवक के लापता होने का मामला रहस्य में बदल गया है। पिता का आरोप है कि बहू ने फोन पर हत्या की बात कही, लेकिन तीन महीने बाद भी पुलिस को न कोई सुराग मिला, न शव। क्या ससुराल में छिपा है कोई राज़?

गाडरवारा/नरसिंहपुर। गाडरवारा तहसील के ग्राम पचामा निवासी भगवानदास लोधी ने अपने बेटे आशीष वर्मा (22) की हत्या की आशंका जताते हुए बहू और उसके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंगलवार को उन्होंने पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय पहुंचकर आवेदन सौंपा और न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि उनका बेटा तीन महीने से लापता है, लेकिन पुलिस अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है।
भगवानदास लोधी ने बताया कि उनके बेटे आशीष का विवाह करीब साढ़े तीन साल पहले स्वाति वर्मा से हुआ था। 14 जनवरी 2025 को आशीष अपनी पत्नी को उसके मायके सतलापुर, मंडीदीप छोड़ने गया था। इसके बाद से ही वह लापता है।
भगवानदास के अनुसार, जब 19 जनवरी को उन्होंने बेटे से संपर्क करने की कोशिश की, तो फोन बहू स्वाति वर्मा ने उठाया और कहा, “हमने उसे मारकर फेंक दिया है, तुमसे जो बन पड़े कर लो, कोई सबूत नहीं मिलेगा।” यह सुनकर भगवानदास स्तब्ध रह गए और तत्काल सतलापुर पहुंचे। वहां पर ससुराल वालों ने बताया कि स्वाति ने ही थाने में आशीष की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
तीन महीने में पुलिस के हाथ खाली
भगवानदास का आरोप है कि इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद तीन महीने बीत जाने के बाद भी न तो पुलिस आशीष को खोज पाई है और न ही उसने स्वाति व उसके परिवार से सख्ती से पूछताछ की है।
भगवानदास ने बहू स्वाति वर्मा, ससुर बलवंत सिंह, सास संतरानी वर्मा और साली साक्षी वर्मा पर हत्या की साजिश रचने और हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने एसपी को दिए आवेदन में कहा कि यदि समय रहते जांच नहीं हुई, तो साक्ष्य नष्ट हो सकते हैं और न्याय की उम्मीद खत्म हो जाएगी।
प्रशासन से न्याय की मांग
भगवानदास ने एसपी से निवेदन किया है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, मोबाइल कॉल रिकॉर्ड, लोकेशन डाटा और घटनास्थल की गहनता से जांच की जाए ताकि उनके बेटे को न्याय मिल सके।