डिजिटल युग में श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर डॉ. विराट जयसवाल ने उठाई आवाज, NFITU ने मांगा नैतिक एआई नियमन, अंकारा, टर्की में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हुये शामिल

Labour Digitalization and Social Justice: 22 अप्रैल 2025 – नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (NFITU) ने टर्की की राजधानी अंकारा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “Labour Digitalization and Social Justice” में वैश्विक स्तर पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के विनियमन की पुरज़ोर मांग की। NFITU के महासचिव डॉ. विराट जायसवाल ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए डिजिटल युग में श्रमिकों की सुरक्षा, सामाजिक न्याय और संगठनात्मक विविधता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सशक्त और नेतृत्वकारी भूमिका निभाई।
सम्मेलन के दौरान डॉ. जायसवाल ने तुर्की के श्रम और सामाजिक सुरक्षा मंत्री प्रो. डॉ. वेदात ईशिकहान एवं मेमूर-सेन कॉन्फ़ेडरेशन के अध्यक्ष अली यालचिन से शिष्टाचार भेंट की। इन बैठकों में उन्होंने वैश्विक स्तर पर बदलते श्रम परिदृश्य, AI और डिजिटल परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों और सामाजिक न्याय की दिशा में वैश्विक साझेदारी की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने NFITU और CONCENT की गतिविधियों और भारत में श्रमिक अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु चल रहे प्रयासों की जानकारी साझा की।
डॉ. जायसवाल ने अपने भाषण में कहा, “हम ऐसे दौर में हैं जहाँ तकनीकी नवाचार श्रम की प्रकृति को मूल रूप से बदल रहा है। ऐसे में यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि कोई भी श्रमिक पीछे न छूटे। त्रिपक्षीय संवाद को वैश्विक नीति निर्माण की मूलधारा में लाना आवश्यक है ताकि सामाजिक न्याय, कौशल विकास और गिग व प्लेटफ़ॉर्म श्रमिकों के लिए ठोस समाधान निकाले जा सकें।”
उन्होंने NFITU की ओर से एक “वैश्विक संगठनात्मक एकता परिषद” के गठन का प्रस्ताव भी रखा, जो विचारधारा, क्षेत्र और संगठनात्मक सीमाओं से ऊपर उठकर वैश्विक श्रमिक एकता का मार्ग प्रशस्त कर सके।
भारत की ओर से NFITU ने भारतीय मजदूर संघ (BMS) के नेतृत्व में और CONCENT के संयोजक के रूप में इस सम्मेलन में सक्रिय और प्रभावशाली भूमिका निभाई। यह सम्मेलन मेमूर-सेन कॉन्फ़ेडरेशन, टर्की द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें 36 देशों से 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. जायसवाल ने यूरोप और मिडिल ईस्ट के कई प्रतिनिधिमंडलों से मुलाक़ात की और निकट भविष्य में NFITU के साथ संयुक्त प्रयासों पर सकारात्मक चर्चा की।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में BMS के केंद्रीय महासचिव श्री रविंद्र हिमते, संगठन मंत्री श्री बी. सुरेन्द्रन, परिवहन विभाग से श्री वल्लभभाई वचानी, कोल इंडस्ट्री से श्री संजय सिंह, तथा TUCC से श्री एस. पी. तिवारी शामिल थे।
NFITU का यह नेतृत्व दर्शाता है कि भारतीय ट्रेड यूनियन आंदोलन आज वैश्विक मंचों पर दूरदर्शिता, प्रतिबद्धता और समावेशी दृष्टिकोण के साथ मजबूती से खड़ा है।
NFITU का स्पष्ट संदेश है: “तकनीकी प्रगति के साथ सामाजिक न्याय, गरिमा और श्रमिक अधिकारों की रक्षा अनिवार्य है। हम एक ऐसे भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं जहाँ हर श्रमिक को उसका सम्मान और अवसर मिले।