पति नहीं, शिकारी निकला ‘करोड़पति दूल्हा’: झारखंड की महिला से शादी कर 15 महीने तक चला प्यार का खेल, 80 रिश्तेदारों से 5 करोड़ की ठगी, अब फरार

झुंझुनूं/रांची। जहां एक तरफ शादी को जीवनभर के रिश्ते का पवित्र बंधन माना जाता है, वहीं दूसरी ओर राजस्थान के झुंझुनूं जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने इस विश्वास को झकझोर कर रख दिया है। एक युवक ने झारखंड की महिला से प्रेम विवाह किया और फिर 15 महीनों तक पति का किरदार निभाकर उसकी जिंदगी को ठगों की पटकथा बना डाला।
लव मैरिज बनी ठगी की स्क्रिप्ट
झारखंड की रहने वाली सरोज लकड़ा की मुलाकात राजस्थान के झुंझुनूं निवासी सुनील कुमार से हुई। धीरे-धीरे यह जान-पहचान प्यार में बदली और 17 मई 2023 को दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। इसके बाद 28 दिसंबर को दोनों ने चर्च में धूमधाम से सामाजिक विवाह भी रचाया। शुरूआती कुछ महीने बिल्कुल फिल्मी थे—प्यार, वादे, घूमना-फिरना—लेकिन ये सब एक बड़े फरेब की बुनियाद थी।
‘काम से जा रहा हूं’ और फिर गायब…
सरोज के मुताबिक, 5 अगस्त 2024 को सुनील कुमार घर से यह कहकर निकला कि वह किसी जरूरी काम से बाहर जा रहा है और जल्दी लौटेगा। लेकिन उसके बाद से वह लापता हो गया। उसका मोबाइल फोन भी बंद हो गया और कोई संपर्क नहीं हो सका।
5 करोड़ की ठगी, 8 लाख का लोन और रिश्तेदारों से विश्वासघात
कुछ समय बाद सरोज को पता चला कि सुनील ने उसके करीब 80 रिश्तेदारों से ट्रेडिंग बिजनेस के नाम पर लगभग 5 करोड़ रुपये की ठगी की है। यही नहीं, सरोज के नाम पर गहने गिरवी रखकर 8 लाख रुपये का लोन भी उठाया गया।
झटका तब और बड़ा लगा जब यह मालूम पड़ा कि सुनील की असलियत कुछ और ही है—वह केवल पैसा ऐंठने के इरादे से रिश्ते निभा रहा था।
एफआईआर दर्ज, लेकिन आरोपी अब भी फरार
सरोज ने इस धोखाधड़ी को लेकर झारखंड में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद झारखंड पुलिस झुंझुनूं तक पहुंची। हालांकि, तब तक सुनील रफूचक्कर हो चुका था। अब सरोज खुद अपने परिजनों के साथ राजस्थान आई और झुंझुनूं एसपी ऑफिस में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई।
पुलिस का बयान:
झुंझुनूं के एएसपी फूलचंद मीणा ने महिला से ज्ञापन लेकर भरोसा दिलाया है कि आरोपी की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे सलाखों के पीछे लाया जाएगा।
पीड़िता की मांग:
सरोज की साफ मांग है कि सुनील कुमार को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसके व उसके रिश्तेदारों से ठगे गए करोड़ों रुपये वापस दिलवाए जाएं।