अखिल भारतीय किसान सभा का 89वां स्थापना दिवस: सालीचौका में रैली, सभा और ज्ञापन के साथ मनाया गया

सालीचौका (नरसिंहपुर), 11 अप्रैल 2025 —
देशभर में आज अखिल भारतीय किसान सभा का 89वां स्थापना दिवस विविध कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। इस ऐतिहासिक संगठन की स्थापना 11 अप्रैल 1936 को स्वामी सहजानंद सरस्वती के नेतृत्व में हुई थी, जो आज भी किसानों के अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत है।
सालीचौका में निकाली गई बाइक रैली, सौंपा गया ज्ञापन
स्थापना दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के सालीचौका में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अवंतीबाई चौराहा से हुई, जहाँ किसान सभा द्वारा एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। इसके पश्चात एक बाइक रैली निकाली गई, जो मुख्य बाजार से होते हुए नगर परिषद कार्यालय पहुँची।
नगर परिषद कार्यालय में किसानों ने सीएमओ को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने विगत दो वर्षों से स्वीकृत कॉलेज बिल्डिंग के निर्माण की मांग की। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा की सुविधा स्थानीय छात्रों के लिए बेहद आवश्यक है, और निर्माण कार्य में हो रही देरी अब बर्दाश्त के बाहर है।
इतिहास में किसान सभा की भूमिका
राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज ने स्थापना दिवस के मौके पर किसान सभा की ऐतिहासिक भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि
- किसान सभा ने सिर्फ आर्थिक समस्याओं पर ही नहीं, बल्कि
- जातीय उत्पीड़न,
- छुआछूत,
- महिला अधिकार,
- आदिवासी संस्कृति की रक्षा,
- और साम्प्रदायिकता के खिलाफ अभियान में भी निर्णायक भूमिका निभाई है।
उन्होंने केरल, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में शिक्षा व जन-जागरूकता अभियानों का भी जिक्र किया, जहाँ किसान सभा की पहल ने सामाजिक बदलाव की नई राह खोली।
जनसरोकारों से जुड़ा संगठन
आज के समय में जबकि किसान फिर से कई चुनौतियों से जूझ रहे हैं, किसान सभा का संघर्षमयी इतिहास और उसके आंदोलन आज भी प्रेरणा और संगठन की ताकत का प्रतीक है।