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सबसे अधिक पैदावार देगी गेंहू की ये किस्म, प्रति एकड़ 24 क्विंटल उत्पादन, कब करें बुवाई, जानें

पिछले कई सालों से गेंहू की एचडी 3086 किस्म गेंहू HD 3086 किस्म से किसान भाई अच्छा मुनाफा कमा रहे है। आइए जानते है इसकी अवधि एवं पैदावार क्षमता

सबसे अधिक पैदावार देगी गेंहू की ये किस्म, प्रति एकड़ 24 क्विंटल उत्पादन, कब करें बुवाई, जानें

पिछले कई सालों से गेंहू की एचडी 3086 किस्म गेंहू HD 3086 किस्म से किसान भाई अच्छा मुनाफा कमा रहे है। आइए जानते है इसकी अवधि एवं पैदावार क्षमता

गेंहू  HD 3086 किस्म  देश में खरीफ फसल की कटाई का काम चल रहा है। इसके साथ ही कई राज्यों में किसानों ने रबी फसलों के लिए खेतों को तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया है।

रबी सीजन में देश के ज्यादातर किसान मुख्य रूप से गेंहू  की बुवाई करते हैं। क्योंकि गेहूं की खेती रबी सीजन की मुख्य खाद्यान फसल है। इसके निर्यात से किसान और सरकार दोनों को आर्थिक फायदा होता है।

भारत के हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान राज्य से गेहूं का सर्वाधिक उत्पादन होता है। इन राज्यों में गेहूं की खेती मुख्य रूप से व्यापार उद्देश्य के लिए किसानों द्वारा की जाती है।

इसलिए इसकी गेंहू HD 3086 किस्म खेती से बेहतर पैदावार लेने के लिए यह बेहद जरूरी हो जाता है कि किसान खेती के लिए गेहूं की उन्नत किस्मों का ही प्रयोग करें। साथ ही गेहूं की बुवाई समय से आधुनिक तौर तरीके से ही करें।

हमारे देश के कृषि वैज्ञानिकों ने गेहूं की कई ऐसी उन्नत प्रजातियों को विकसित किया है, जिनकी बुवाई कर किसान गेहूं का बेहतर उत्पादन विदेशी मानक गुणवत्ता के अनुसार कर सकते हैं।

आज हम आपको यहां गेंहू की एक ऐसी उन्नत किस्म के बारे में बताने जा रहे है जो पिछले कई सालों से किसानों का अच्छा फायदा करा रही है। आइए जानते हैं ।

कौन सी है गेंहू की किस्म एवं इसकी जानकारी

हम यहां गेंहू की जिस उन्नत किस्म की बात कर रहे है उसका नाम है एचडी 3086 किस्म गेंहू HD 3086 किस्म है। जिसे पूसा गौतमी नाम से भी जाना जाता है। इसे आईसीएआर के कृषि वैज्ञानिकों ने वर्ष 2020 में लॉन्च किया है।

गेहूं की उन्नत किस्म HD 3086 (पूसा गौतमी) उत्तर भारत में ज्यादा पैदावार प्राप्त करने के लिए उपयुक्त है। बता दें की, गेहूं की उन्नत किस्म HD 3086 समय से बुवाई और सिंचित अवस्था में खेती के लिए उपयुक्त है। यह किस्म उत्तर भारत के किसानों के लिए एक वरदान है।

आईसीएआर द्वारा भारत के उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र, जिसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और मध्य प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं, गेहूं उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन राज्यों में सिंचाई की सुविधा अच्छी है, जो गेहूं की उच्च पैदावार में सहायक होती है। हालांकि, गेहूं की उच्च पैदावार प्राप्त करने के लिए गेहूं की उन्नत किस्म गेंहू HD 3086 किस्म की जरुरत होती है।

इन क्षेत्रों के लिए अनुशंसित एचडी 3086 गेंहू

गेंहू HD 3086 किस्म उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र (पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर संभाग को छोड़कर), पश्चिमी उत्तर प्रदेश (झांसी डिविजन को छोड़कर),

जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्से (कठुआ जिला को छोड़कर), हिमाचल प्रदेश (ऊना जिला और पांवटा के कुछ हिस्से को छोड़कर) और उत्तराखंड का तराई क्षेत्र में एचडी 3086 गेंहू को बो सकते है।

गेंहू एचडी 3086 किस्म की पैदावार उपज क्षमता

बता दें की, गेंहू की एचडी 3086 किस्म / गेंहू HD 3086 किस्म से उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों में औसत उपज 54.6 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्रों में इसकी औसत उपज 50.1 क्विंटल प्रति हेक्टेयर देखी गई है।

इसके अलावा व्यवहारिक स्थितियों में उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों में इसकी अधिकतम उपज 81 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार ली जा सकती है और उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम उपज 61 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।

गेंहू एचडी 3086 किस्म के पकने की अवधि (उम्र)

गेंहू की एचडी 3086 किस्म , गेहूं HD 3086 किस्म को समय पर बोया जा सकता है। यह समय पर पक भी जाती है। इस किस्म के लिए तैयार होने की अवधि भी क्षेत्रीय परिस्थितियों पर निर्भर करती है।

बता दें की, उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में एचडी 3086 गेंहू किस्म 145 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। इसके अलावा उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र में एचडी 3086 गेंहू की परिपक्वता अवधि 121 दिनों की होती है।

रोगप्रतिरोधी है गेंहू एचडी 3086 किस्म

गेंहू एचडी 3806 किस्म / गेंहू HD 3086 किस्म की एक प्रमुख विशेषता इसकी पीले तथा भूरे रतुए के प्रति प्रतिरोधक क्षमता है। यह किस्म इन रोगों से होने वाले नुकसान से फसल को बचाकर उपज में बढ़ोतरी करती है।

गेंहू एचडी 3086 किस्म की खेती की जानकारी

खेती और बुवाई की विधि :- गेंहू एचडी 3086 किस्म समय से बुवाई और सिंचित अवस्था के लिए उपयुक्त मानी जाती है। सिंचित क्षेत्रों में समय पर बुवाई करने से इसकी उत्पादकता अधिक रहती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता :- पीले और भूरे रतुए जैसी बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक होने के कारण फसल सुरक्षित रहती है।

उच्च उपज क्षमता :- गेंहू एचडी 3086 किस्म / गेंहू HD 3086 किस्म की अधिकतम उपज 81 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुंच सकती है, जो किसानों के लिए अधिक लाभदायक साबित होती है।

समय से तैयार :- इस किस्म की तैयार होने की अवधि किसानों को समय पर कटाई और अगली फसल की तैयारी के लिए उपयुक्त समय देती है।

किसानों के बीच लोकप्रिय है गेंहू एचडी 3086 किस्म

गेहूं  की उन्नत किस्म एचडी 3086 – पूसा गौतमी उत्तर भारत के किसानों के काफी लोकप्रिय है, जो अधिक उपज, रोग प्रतिरोधकता और समय पर परिपक्वता जैसी गुणों के कारण लोकप्रिय हो रही है।

यदि गेहूं HD 3086 किस्म की सही समय पर बुवाई और उचित देखभाल की जाए, तो इस किस्म से किसान अधिकतम उत्पादन प्राप्त कर अच्छा मुनाफा कमा रहे है।

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