शरीर के इन हिस्सों में हो रहा है दर्द? बढ़ सकता है Cholesterol, समय रहते करा लें जांच
अगर आपके सीने, पैरों या गर्दन में बार-बार दर्द हो रहा है तो यह हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है। जानें शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण और इसे कंट्रोल करने के उपाय। समय रहते जांच जरूरी है।

HighLights:
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर सीने, पैरों, गर्दन और पीठ में हो सकता है दर्द
- आर्टरीज ब्लॉक होने से रक्त प्रवाह रुकता है, बढ़ता है हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा
- समय रहते कोलेस्ट्रॉल की जांच और कंट्रोल जरूरी
नई दिल्ली। अगर आपके शरीर के कुछ हिस्सों में बार-बार दर्द, जकड़न या थकान महसूस हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। यह संकेत हो सकते हैं आपके शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के। हाई कोलेस्ट्रॉल न केवल ब्लड फ्लो को प्रभावित करता है, बल्कि यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे जानलेवा खतरों को भी बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब कोलेस्ट्रॉल लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंचता है, तो शरीर पहले ही कुछ संकेत देने लगता है। जानिए शरीर किन हिस्सों में दर्द होना हाई कोलेस्ट्रॉल की चेतावनी हो सकता है।
शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत
1. सीने में दर्द (Angina):
आर्टरीज में प्लाक जमने से दिल तक ऑक्सीजन युक्त खून नहीं पहुंच पाता, जिससे सीने में दबाव, जकड़न या जलन महसूस होती है। यह दर्द बाएं कंधे, गर्दन या जबड़े तक फैल सकता है।
2. पैरों में दर्द (Peripheral Artery Disease – PAD):
पैरों की आर्टरीज संकरी होने पर चलने में दर्द, ऐंठन या भारीपन होता है। आराम करने पर यह दर्द कुछ देर के लिए कम हो सकता है।
3. गर्दन और कंधों में अकड़न:
कोलेस्ट्रॉल ब्लॉकेज के कारण गर्दन की नसों में खिंचाव आता है, जिससे दर्द और चक्कर जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
4. पीठ दर्द:
ब्लड सर्कुलेशन बाधित होने से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और कमर के निचले हिस्से में लगातार दर्द बना रहता है।
5. सिरदर्द और चक्कर आना:
मस्तिष्क तक रक्त की आपूर्ति कम होने से सिरदर्द, चक्कर या याद्दाश्त की कमजोरी हो सकती है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के उपाय:
- संतुलित आहार: अधिक फाइबर, फल, सब्जियां और ओमेगा-3 युक्त चीजें खाएं
- नियमित व्यायाम: रोजाना 30 मिनट वॉक या योग करें
- स्मोकिंग और शराब से दूरी बनाएं
- 30 की उम्र के बाद सालाना कोलेस्ट्रॉल जांच जरूरी
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।