नारी को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए – पं दीनबंधु शरण शर्मा
देवी भागवत कथा एवं शतचंडी यज्ञ का आज अंतिम दिवस

गाडरवारा। स्थानीय पलोटनगंज शक्तिधाम दरबार परिसर में चल रही मां दुर्गा देवी भागवत कथा एवं शतचंडी यज्ञ में श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाब उमड़ रहा है कथा पंडाल में संगीतमय भजनों पर श्रद्धालु भक्ति भाव में लीन होकर झूमते हुए नजर आ रहे हैं । पलोटनगंज में मां दुर्गा देवी प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आयोजित विंशाल धार्मिक कार्यक्रम में छठवें दिन की देवी भागवत कथा में कथावाचक पंडित दीनबंधुशरण शर्मा श्रीधाम वृंदावन ने कहा शुंभ निशुंभ ने ब्रह्मा जी से वर प्राप्त किया, हम किसी भी देवता के द्वारा न मारे जाएं हमारी मृत्यु स्त्री के द्वारा हो। तभी जगदंबा मैया ने शुंभ निशुंभ, चंड मुंड रक्तबीज का उद्धार किया। दानव स्त्री शक्ति को कमजोर समझते थे, स्त्री को अबला मानते थे वह हमें क्या मारेगी, परंतु अंत में स्त्री शक्ति के द्वारा ही मारे गए। नारी को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए। नारी ने ही नर को जन्म दिया है। अपने परिवार समाज की हर स्त्री का सम्मान करें, यह भी एक प्रकार से दवी आराधना है। क्योंकि कहा भी गया है जहां नारी का सम्मान होता है। वहरं देवता भी निवास करते हैं। महाराज जी ने आगे कहा कि मां भगवती का स्वरूप अष्ट भुजाओं पर केन्द्रित है, जिसमें समस्त देवी देवताओं की शक्ति का स्वरूप समाहित है। देवी की साधना करने से मनुष्य को अपने जीवन की सभी खुशियां वापस मिलती है तथा मनुष्य ऊर्जावान होकर जीवन में संचार करता है। उन्होंने शुम्भ-निशुम्भ की कथा का वर्णन किया। इसके अलावा माता कात्यायनी के रूप में शिव द्वारा इंद्र के राजसिंहासन को वापस लौटाने की कथा का भी वर्णन किया। उन्होंने असुरों के युद्ध के दौरान मां देवी भगवती के विराट तथा सुन्दर रूप का वर्णन करते हुए मनुष्य को संयम, संकोच, धार्मिक, आचरण, बोध, ज्ञानवान, करुणा भाव तथा मैत्री गुणों को धारण करने की शिक्षा दीक्षा दी। इस मौके पर मां कात्यायनी के जीवन आरम्भ मनुष्य के कल्याण के लिए उनके द्वारा किए गए कार्य तथा देव मनुष्य तथा असुरों के कल्याण की कथा का भी प्रसंग सुनाया। इसके अलावा शक्तिधाम मंदिर के सामने भव्य यज्ञशाला में सुबह से ही धार्मिक अनुष्ठान चल रहे हैं। धर्मप्रेमी जन यज्ञशाला की परिक्रमा एवं देवी भागवत कथा का श्रवण कर पुण्य लाभ कमा रहे हैं। शक्तिधाम परिवार द्वारा संगीतमय श्रीदेवी पुराण का विशाल आयोजन एक मार्च से प्रारंभ हो चुका है जो आज सात मार्च तक चलेगा। प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से छह तक मंदिर परिसर कथा स्थल पर कथावाचक पंडित दीनबंधुशरण शर्मा श्रीधाम वृंदावन द्वारा कथा प्रवचन हो रहे हैं। इसके अलावा शतचंडी महायज्ञ में यज्ञाचार्य पंडित भगवानदास शास्त्री इंदौर के सानिध्य में अनुष्ठान किया जा रहा है। शक्तिधाम परिसर में यज्ञ एवं देवी पुराण कथा श्रवण करने अपार भीड़ पहुंच रही है। कथा पंडाल श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहता है। शक्तिधाम परिवार द्वारा श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं। आयोजन समिति ने धर्मप्रेमी जनता से यज्ञ एवं देवी भागवत के आज अंतिम दिन के आयोजन में उपस्थित होकर पुण्यलाभ लेने की अपील की है।