जब मंत्री की बेटी ही सुरक्षित नहीं, तो आम लड़कियों का क्या? महाराष्ट्र के जलगांव में धार्मिक यात्रा के दौरान छेड़छाड़, केंद्रीय मंत्री ने थाने पहुंचकर दर्ज कराई शिकायत

महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां संत मुक्ताई यात्रा के दौरान कुछ मनचलों ने लड़कियों की टोली से छेड़छाड़ की। इस टोली में केंद्रीय मंत्री की बेटी भी शामिल थीं। जब मंत्री को इस घटना की जानकारी मिली, तो वे खुद मुक्ताईनगर पुलिस स्टेशन पहुंच गईं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
घटना जलगांव जिले के मुक्ताईनगर तालुका के कोथली गांव की है, जहां महाशिवरात्रि के अवसर पर संत मुक्ताई यात्रा का आयोजन किया गया था। शुक्रवार देर शाम केंद्रीय मंत्री की बेटी अपनी सहेलियों के साथ इस यात्रा में शामिल थीं, तभी 4-5 अज्ञात युवकों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।
फब्तियां कसने के बाद गार्ड से धक्का-मुक्की
आरोपी युवकों ने न सिर्फ अश्लील टिप्पणियां कीं, बल्कि छिपकर वीडियो भी बनाने लगे। जब सुरक्षा गार्ड ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए गार्ड के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। स्थिति बिगड़ती देख स्थानीय लोग और भाजपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
गुस्से में थाने पहुंची केंद्रीय मंत्री
घटना से आक्रोशित केंद्रीय मंत्री तुरंत पुलिस स्टेशन पहुंचीं। उन्होंने कहा, “मैं यहां एक मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक मां के रूप में आई हूं। अगर मेरी अपनी बेटी ही सुरक्षित नहीं है, तो आम लड़कियों की सुरक्षा की क्या गारंटी है?”
मंत्री ने इस मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार और मुख्यमंत्री से सख्त कानून लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने मुक्ताईनगर पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है।
पुलिस का क्या कहना है?
मुक्ताईनगर पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है। सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस का दावा है कि बाकी आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सवाल उठता है: महिलाएं कब होंगी सुरक्षित?
इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब एक लोकप्रतिनिधि की बेटी ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता की बेटियों की स्थिति क्या होगी? अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और दोषियों को क्या सजा मिलती है।