HMPV वायरस को लेकर मध्य प्रदेश में अलर्ट: स्वास्थ्य मंत्री ने दिए सख्त निर्देश, जानें क्या है यह वायरस और कैसे बचें
HMPV वायरस को लेकर मध्य प्रदेश में अलर्ट: स्वास्थ्य मंत्री ने दिए सख्त निर्देश, जानें क्या है यह वायरस और कैसे बचें

भोपाल। देश में ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के मामले सामने आने के बाद मध्य प्रदेश सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने अधिकारियों को वायरस की स्थिति पर गहन निगरानी रखने और आवश्यक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेजों को पे-प्रोटेक्शन से संबंधित प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में शीघ्र प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि HMPV वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन करना बेहद जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वायरस से संबंधित अपडेट्स पर नजर बनाए रखें और समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करें। साथ ही, यह भी कहा कि यदि किसी प्रकार की समस्या आती है तो तुरंत उनसे संपर्क किया जा सकता है।
भारत में HMPV वायरस के दो मामले
HMPV वायरस का पहला मामला बेंगलुरु के एक अस्पताल में सामने आया, जहां तीन महीने की बच्ची और आठ महीने के बच्चे को इस वायरस से संक्रमित पाया गया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों बच्चों की कोई अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि यह वायरस स्थानीय स्तर पर ही प्रसारित हो सकता है।
क्या है HMPV वायरस?
HMPV वायरस सांस से संबंधित बीमारी का कारण बनता है। यह वायरस खासतौर पर शिशुओं, छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं, जिनमें:
- खांसी और बुखार
- नाक बहना और गले में खराश
- सांस लेने में कठिनाई
- गंभीर मामलों में फेफड़ों में संक्रमण
इलाज और रोकथाम
HMPV वायरस के लिए अभी तक कोई वैक्सीन या विशेष दवा उपलब्ध नहीं है। इसका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है। डॉक्टरों ने संक्रमण से बचने के लिए कोविड-19 जैसे सावधानियों को अपनाने की सलाह दी है।
- नियमित रूप से हाथ धोएं।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
- तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें।
- खांसी या बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
दिल्ली सरकार भी अलर्ट मोड पर
HMPV वायरस को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की सांस संबंधी बीमारी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए पूरी तैयारी की जाए। स्वास्थ्य सचिव को हर दिन अस्पतालों का निरीक्षण करने और रिपोर्ट सबमिट करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
महामारी विशेषज्ञ डॉ. अजय कुमार का कहना है कि भारत जैसे घनी आबादी वाले देश में इस वायरस का प्रसार तेजी से हो सकता है। उन्होंने कहा कि अभी तक इस वायरस के अधिकतर मामले हल्के लक्षण वाले हैं, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। संक्रमित बच्चों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग कर उन्हें आइसोलेट करना चाहिए।
क्या यह महामारी का संकेत है?
फिलहाल विशेषज्ञों का कहना है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और इसके अधिकतर मामले गंभीर नहीं हैं। हालांकि, इसका प्रसार रोकने के लिए कोविड जैसे नियमों का पालन करना जरूरी है।
निष्कर्ष
HMPV वायरस की पुष्टि ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है। लोगों को चाहिए कि वे जागरूक रहें और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें। यदि लक्षण दिखें, तो तुरंत अस्पताल में संपर्क करें। इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है।