प्रयागराज: महाकुंभ की तैयारियों में जुटे प्रशासन के बीच पहुंचे राजपाल यादव, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिकता पर दिया विशेष जोर
संगम स्नान और बड़े हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की भव्य तैयारियों के बीच शुक्रवार को प्रसिद्ध हास्य अभिनेता राजपाल यादव संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे। यहां उन्होंने महाकुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लिया और संगम स्नान के साथ-साथ बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया।
मेला प्राधिकरण में चर्चा और महाकुंभ की महत्ता पर विचार
राजपाल यादव ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय में मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संगम है। यह मेला केवल आस्था और विश्वास का केंद्र नहीं है, बल्कि यह विश्वभर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। महाकुंभ का हिस्सा बनना हम सभी के लिए एक पुण्य कार्य है।”
उन्होंने बताया कि 2002 से उन्हें संगम की रेती पर आने का सौभाग्य मिल रहा है। इस बार महाकुंभ में उनके गुरु देव प्रभाकर शास्त्री ‘दद्दाजी’ की स्मृति में विभिन्न आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजनों की योजना बनाई गई है।
दद्दा शिष्य मंडल के आयोजन
राजपाल यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके गुरुजी ‘दद्दाजी’ अब भौतिक रूप से उपस्थित नहीं हैं, लेकिन उनकी शिक्षाएं और आदर्श महाकुंभ में हर किसी को प्रेरित करेंगे। दद्दा शिष्य मंडल की ओर से इस बार महाकुंभ में सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग , 18 पुराणों का पारायण, हवन, और श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, संगम की पवित्र भूमि पर महारुद्र यज्ञ का आयोजन भी होगा।
उन्होंने कहा, “महाकुंभ के माध्यम से हमें विश्व कल्याण के लिए कार्य करने का अवसर मिलता है। संगम की रेती पर आने वाले श्रद्धालुओं और कल्पवासियों पर मां गंगा की विशेष कृपा हमेशा बनी रहती है।”
संगम स्नान और बड़े हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना
संगम स्नान के बाद राजपाल यादव बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान हनुमान के दर्शन किए और संतों के साथ समय बिताया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में साधु-संतों से चर्चा की और महाकुंभ के आध्यात्मिक पहलुओं पर विशेष जोर दिया।
महाकुंभ की तैयारियों को लेकर प्रशासन का आश्वासन
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। प्रशासन इसे पहले से ज्यादा भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। संगम की पवित्र भूमि पर श्रद्धालुओं और कल्पवासियों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
महाकुंभ: एक अद्वितीय आयोजन
महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालु संगम की रेती पर एकत्र होंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। राजपाल यादव की उपस्थिति ने श्रद्धालुओं और आयोजकों के उत्साह को बढ़ा दिया है।
राजपाल यादव ने महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिकता का आभार प्रकट करते हुए कहा, “यह आयोजन दुनिया को एकता, शांति और कल्याण का संदेश देता है। महाकुंभ हमारी संस्कृति की महानता और हमारे आध्यात्मिक मूल्यों की पहचान है।”