मूंग खरीदी में देरी पर एसोसिएशन का बड़ा खुलासा, खरीदी प्रक्रिया में बाधा डालने वालों को चेतावनी

गाडरवारा (जिला नरसिंहपुर)।
क्षेत्र में चल रही मूंग खरीदी प्रक्रिया में देरी को लेकर गाडरवारा वेयरहाउस एसोसिएशन ने बड़ा बयान जारी करते हुए एक वेयरहाउस संचालक द्वारा फैलाए गए भ्रम का खुलासा किया है। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि संबंधित संचालक द्वारा WDRA लाइसेंस का हवाला देकर प्रशासन और किसान समुदाय को गुमराह करने की कोशिश की गई, जबकि वास्तविकता इससे बिल्कुल भिन्न है।
राजनीतिक दबाव और झूठे आरोपों से माहौल बिगाड़ने की कोशिश
एसोसिएशन के अनुसार, संचालक अपने गोदाम को मूंग खरीदी केंद्र न बनाए जाने से असंतुष्ट थे, जिसके चलते उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर अन्य वेयरहाउसों पर राजनीतिक लाभ मिलने का भ्रामक आरोप लगाया। जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने स्वयं कई सोसाइटियों पर राजनीतिक दबाव डाला, जिससे कोई भी सोसाइटी उनके वेयरहाउस में खरीदी के लिए तैयार नहीं हुई।
एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि यह व्यक्ति पहले भी वेयरहाउस प्रबंधन में गंभीर लापरवाहियाँ कर चुका है — समय पर स्कंध की कीट नियंत्रण प्रक्रिया न करना, भुगतान में टालमटोल, और गोदाम के सामने खुदाई करवा कर कार्य में बाधा डालना उसकी आदत में शामिल है।
WDRA नियमों का उल्लंघन, FCI की ब्लैकलिस्ट में शामिल
एसोसिएशन द्वारा स्पष्ट किया गया कि संचालक जिस WDRA लाइसेंस की बात कर रहे हैं, उन्हीं के वेयरहाउस में लाइसेंस की शर्तों का खुला उल्लंघन किया गया है।
इन खामियों में शामिल हैं:
- पीने के पानी की अनुपलब्धता
- अप्रोच रोड का अभाव
- चौकीदारों की पर्याप्त संख्या न होना
- वेयरहाउस की छत से पानी का रिसाव
इन्हीं वजहों से भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने संबंधित गोदाम को ब्लैकलिस्ट किया था।
पूर्व में हुई प्रशासनिक कार्रवाई और शिकायतें दर्ज
एसोसिएशन ने बताया कि संचालक को समय-समय पर MPWLC शाखा प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक जबलपुर, और अनुविभागीय अधिकारी गाडरवारा द्वारा शासकीय कार्य में बाधा डालने के संबंध में चेतावनी और दंडात्मक पत्र मिलते रहे हैं। साथ ही, राइस मिलर्स, परिवहनकर्ता और MPWLC कर्मचारी भी उनके खिलाफ पंचनामा तैयार कर शिकायतें दर्ज करवा चुके हैं।
ताजा घटना: शाखा कार्यालय में गाली-गलौज, फिर माफी
सबसे हालिया घटना में उनके प्रतिनिधि ने MPWLC शाखा गाडरवारा में कर्मचारियों और शाखा प्रबंधक के सामने गाली-गलौज व अभद्रता की, जिसकी शिकायत पर प्रतिनिधि को माफी मांगनी पड़ी। इससे उनके व्यवहार की गंभीरता और कार्यशैली का स्पष्ट संकेत मिलता है।
खरीदी केंद्रों का चयन नियमों के अनुसार
एसोसिएशन ने दोहराया कि मूंग खरीदी केंद्रों का चयन पूरी तरह से WDRA लाइसेंस की पात्रता, गोदामों की उपलब्ध क्षमता, और भौगोलिक दूरी के अनुसार होता है। यह कार्य जिला मुख्यालय नरसिंहपुर द्वारा सुनिश्चित किया जाता है, जिसमें किसी प्रकार की अनियमितता नहीं बरती गई।
गाडरवारा में फिलहाल केवल 6 वेयरहाउस ही WDRA मान्यता प्राप्त हैं, जबकि अन्य गोदामों के आवेदन प्रक्रियाधीन हैं। इस कारण उन रिक्त, पात्र गोदामों को खरीदी केंद्र के रूप में स्वीकृत किया गया है।
किसानों से माफी की मांग, अध्यक्ष जित्तू राय का बयान
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि संपूर्ण खरीदी प्रक्रिया में जानबूझकर अवरोध उत्पन्न करने के कारण, क्षेत्र के किसानों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ा है।
गाडरवारा वेयरहाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री जित्तू राय ने कहा:
“खरीदी प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न कर किसानों को लाइन में खड़ा रखने वालों को आत्ममंथन करना चाहिए। प्रशासन की पारदर्शिता पर सवाल उठाना और नियमों का उल्लंघन करना दोनों ही अस्वीकार्य हैं। ऐसे लोगों को किसानों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”
इस दौरान वेयरहाउस एसोसिएशन पदाधिकारी संगठन के सदस्य मौजूद थे