लव मैरिज के बाद बेटी ने परिवार को पहचाने से किया इनकार, गुस्साए पिता ने कराया पिंडदान

उज्जैन, मध्य प्रदेश: उज्जैन जिले के खाचरौद तहसील के घुड़ावन गांव में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक युवती ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर अंतरजातीय विवाह कर लिया। इसके बाद जब पुलिस ने उसे परिवार के सामने पेश किया, तो उसने अपने माता-पिता को पहचानने से इनकार कर दिया। इस घटना से आहत पिता ने बेटी का पिंडदान करवाया और पूरे समाज के सामने शांति भोज का आयोजन किया।
क्या है पूरा मामला?
घुड़ावन गांव के वर्दीराम गरगामा की बेटी मेघा गरगामा ने अपने प्रेमी दीपक के साथ भागकर शादी कर ली थी। बेटी के लापता होने पर परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने जब दोनों को बरामद कर थाने में परिजनों के सामने पेश किया तो मेघा ने अपने परिवार को पहचानने से इनकार कर दिया।
गुस्साए परिवार ने किया अंतिम संस्कार जैसी रस्में
बेटी के इस फैसले से नाराज परिजनों ने उसे समाज से मृत मान लिया। उन्होंने बाकायदा शोक पत्रिका छपवाई, जिसमें मेघा की “मृत्यु” की तारीख 15 मार्च 2025 घोषित की गई। परिवार ने पूरे गांव और समाज के लोगों को बुलाकर पिंडदान और शांति भोज का आयोजन किया।
शोक पत्रिका में क्या लिखा था?
परिजनों ने शोक पत्रिका में लिखा कि “आज के युवा आधुनिकता के नाम पर सामाजिक मर्यादा भूलते जा रहे हैं और माता-पिता की भावनाओं का अनादर कर रहे हैं।” उन्होंने इस घटना को समाज के लिए चेतावनी बताते हुए कहा कि “ऐसे फैसलों से परिवार की प्रतिष्ठा खत्म होती है।”