आजादी के 78 साल बाद चौका ग्राम में पहली बार कलेक्टर की ऐतिहासिक यात्रा
कलेक्टर ने ग्राम में चौपाल लगाकर शिक्षा स्वास्थ्य कृषि उपार्जन एवं सिंचाई के संबंध में ली जानकारी*

रिपोर्टर शेख आरिफ कुरैशी नर्मदापुरम
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के पिपरिया तहसील के छोटे से ग्राम चौका में आज पहली बार आजादी के 78 वर्षों बाद कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने कदम रखा। यह ऐतिहासिक अवसर ग्रामीणों के लिए गर्व और खुशी का विषय रहा। कलेक्टर ने गांव में चौपाल लगाकर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई, और ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर जानकारी ली और सुझाव दिए।
ग्रामीणों की प्रमुख समस्याएं और सुझाव
सड़क कनेक्टिविटी की समस्या:
ग्रामीणों ने बताया कि गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने वाली सड़क बारिश और जलाशय के ओवरफ्लो के कारण कट जाती है, जिससे आवागमन बाधित होता है। इस पर कलेक्टर ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विकास परियोजना के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़क को सर्वे में शामिल कर कार्य योजना तैयार की जाए।
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मंगल भवन और आंगनवाड़ी की मांग:
ग्रामीणों ने मांगलिक कार्यों के लिए मंगल भवन और बच्चों के लिए मिनी आंगनवाड़ी की जरूरत जताई। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को इसे प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।
ग्रामीणों से संवाद और प्रोत्साहन
शिक्षा क्षेत्र में सराहना:
कलेक्टर ने गांव के शिक्षक जमुना प्रसाद मेहरा की सराहना की, जो गांव में रहकर बच्चों को पढ़ाते हैं।
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बालिका का प्रोत्साहन:
10 वर्षीय अंशिका ने कलेक्टर से अपने पुलिस अधिकारी बनने के सपने साझा किए। कलेक्टर ने उसे प्रोत्साहित करते हुए शुभकामनाएं दीं।
विकास योजनाओं का आश्वासन
कलेक्टर ने ग्रामीणों को मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान की जानकारी दी, जिसमें विकास योजनाओं के तहत सर्वे और नामांकन की प्रक्रिया की जाएगी।
ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा
कलेक्टर ने चौका ग्राम में ग्रामीण पर्यटन और होमस्टे की संभावनाओं का जायजा लिया, ताकि गांव को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सके।
विधायक का सहयोग
इस अवसर पर पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी भी मौजूद रहे। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उनके समाधान का आश्वासन दिया।
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गांव की वर्तमान स्थिति
ग्राम चौका की जनसंख्या लगभग 125 है, जिसमें 25-30 परिवार निवास करते हैं। गांव में केवल एक प्राथमिक शाला है।
कलेक्टर की इस यात्रा से ग्रामीणों में विकास की नई उम्मीदें जागृत हुई हैं, और उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र होने की संभावना बढ़ गई है।