अखिल भारतीय आदर्श चौरसिया महासभा का संघर्ष अभियान प्रारंभ
मां नर्मदा घाट से प्रदेशव्यापी जनजागरण अभियान की शुरुआत

संवाददाता अवधेश चौकसे
सालीचौका (नरसिंहपुर)।
चौरसिया समाज की बढ़ती उपेक्षा के खिलाफ अखिल भारतीय आदर्श चौरसिया महासभा ने प्रदेशव्यापी संघर्ष अभियान की शुरुआत कर दी है। वैशाख अमावस्या के अवसर पर मां नर्मदा के पावन ब्रह्मांड घाट, सतधारा में विधिवत पूजा अर्चना कर समाज के उज्ज्वल भविष्य की प्रार्थना के साथ इस अभियान का शुभारंभ किया गया।
अभियान की अगुवाई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव चौरसिया ‘विक्की भैया’ के मार्गदर्शन में की जा रही है। इस अवसर पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष इंजीनियर हरगोविंद चौरसिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बसंत चौरसिया, राष्ट्रीय मंत्री श्रीराम चौरसिया पहलवान, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जीवेश चौरसिया, पूर्व जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र चौरसिया सहित अनेक वरिष्ठ सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
चौरसिया समाज में बढ़ता असंतोष
चौरसिया समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि समाज का लगभग 90 प्रतिशत मतदान लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में होता आया है, इसके बावजूद समाज को अपेक्षित राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है।
समाज के नेताओं ने आरोप लगाया कि विभिन्न मौकों पर सिर्फ आश्वासन दिए गए, लेकिन धरातल पर कोई ठोस पहल नहीं की गई। इससे समाज में गहरा असंतोष व्याप्त हो गया है।
प्रमुख मांगें
महासभा ने सरकार और प्रशासन के समक्ष कई महत्वपूर्ण मांगें प्रस्तुत की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- 12 वर्ष पूर्व घोषित चौरसिया समाज की महापंचायत का आयोजन शीघ्र किया जाए।
- 7 वर्ष पूर्व घोषित पान विकास निगम को पूर्ण अधिकारों के साथ सक्रिय किया जाए।
- पान खेती को उद्यानिकी विभाग से हटाकर कृषि विभाग में शामिल किया जाए।
- पान की खेती हेतु सामग्री रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जाए।
- पान बरेजों के लिए 6 वर्षों से बंद अनुदान योजना को पुनः प्रारंभ किया जाए।
- भाजपा संगठन में चौरसिया समाज को संगठनात्मक और राजनीतिक नियुक्तियों में प्राथमिकता दी जाए।
- नगरीय निकायों में एल्डरमैन के रूप में चौरसिया समाज के प्रतिनिधियों की अनिवार्य नियुक्ति हो।
- शासन के विभिन्न विभागों में रोजगार और व्यापार से जुड़ी योजनाओं में समाज के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए।
आंदोलन की चेतावनी
महासभा ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि समय रहते इन मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया, तो प्रदेशभर में धरना-प्रदर्शन और अन्य लोकतांत्रिक आंदोलनों का आयोजन किया जाएगा।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जीवेश चौरसिया ने कहा कि वर्षों से आवेदन, निवेदन और ज्ञापन दिए जा रहे हैं, लेकिन केवल आश्वासन ही मिले हैं। उन्होंने चेताया कि चौरसिया समाज अब अपने अधिकारों के लिए संघर्ष को तैयार है और पूरे प्रदेश में आंदोलन की चिंगारी प्रज्वलित हो चुकी है। यदि आवश्यक हुआ तो राजधानी भोपाल सहित जिले-जिले में धरना और प्रदर्शन भी किया जाएगा।
मां नर्मदा घाट से शक्ति की प्रार्थना
संघर्ष अभियान की शुरुआत के लिए मां नर्मदा घाट का चयन प्रतीकात्मक रूप से किया गया, जहां भगवान ब्रह्मा जी ने भी तपस्या की थी। समाजसेवियों ने मां नर्मदा जी के समक्ष समाज की उन्नति, अधिकारों की प्राप्ति और संघर्ष में सफलता की कामना की। चौरसिया समाज ने इसे आस्था और शक्ति का संगम बताया है, जो आने वाले समय में सामाजिक जागरण को और अधिक गति प्रदान करेगा।