ये कैसा अंधविश्वास… नहा कर लौट रही चाची के हाथ में दिखा खाली लोटा, तो भतीजे ने कर दी हत्या
जबलपुर में एक दर्दनाक घटना में अंधविश्वास के चलते भतीजे ने अपनी चाची की हत्या कर दी। खाली लोटा देखने को अशुभ मानकर की गई यह हत्या समाज में अंधविश्वास की गहराई को उजागर करती है।

जबलपुर (मध्यप्रदेश)। जबलपुर जिले के कुंडम थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के चलते एक महिला की निर्मम हत्या कर दी गई। शुक्रवार को ग्राम कुम्ही सतधारा में नदी से नहाकर लौट रही 57 वर्षीय तितरी बाई बरकड़े को उसके भतीजे मत्तू सिंह बरकड़े ने सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसके हाथ में “खाली लोटा” था। ग्रामीण अंधविश्वास के अनुसार खाली बर्तन देखना अपशकुन माना जाता है, इसी भ्रम में आरोपी ने यह जघन्य वारदात की।
पत्थर से कुचला चेहरा, मौके पर ही मौत
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, तितरी बाई जैसे ही घर लौट रही थीं, तभी रास्ते में उसका जेठ का बेटा मत्तू सिंह मिला। हाथ में लाठी लिए मत्तू ने पहले महिला से गाली-गलौज की और फिर लाठी से हमला कर दिया। जब वह गिर गई, तो उसने पत्थर से उसका चेहरा कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
अंधविश्वास बना हत्या का कारण
आरोपी मत्तू सिंह ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि उसे चाची द्वारा खाली लोटा दिखाया जाना अपशगुन लगा। उसके अनुसार, रास्ता काटना और खाली बर्तन दिखना दुर्भाग्य का संकेत है। इसी अंधविश्वास के चलते उसने इस क्रूर घटना को अंजाम दिया।
थोड़ी ही देर में हुई गिरफ्तारी
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अनूप कुमार नामदेव टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। एसपी सम्पत उपाध्याय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में आरोपी मत्तू सिंह बरकड़े को गिरफ्तार कर लिया।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है।
समाज के लिए चेतावनी
यह घटना समाज में फैले अंधविश्वास की भयावह स्थिति को दर्शाती है। यह समय है कि हम शिक्षा और वैज्ञानिक सोच को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाकर ऐसे खतरनाक विश्वासों को समाप्त करने की दिशा में कार्य करें।